जिलाधिकारी ने संगम क्षेत्र में वर्ष पर्यंत सुविधा के दृष्टिगत ली बैठक। सेना की भूमि को छोड़कर अन्य भूमि पर मूलभूत अवसंरचना विकसित करने पर हुई चर्चा।

माघ मेले के समापन के पश्चात संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों की वर्ष पर्यंत सुविधा के दृष्टिगत जिलाधिकारी श्री भानु चंद्र गोस्वामी ने मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आई ट्रिपल सी सभागार में आज बैठक ली। सभी विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में उन्होंने मेला प्राधिकरण द्वारा वर्ष पर्यंत किए जाने वाले कार्यों की कार्य योजना बनाने के निर्देश देते हुए संगम क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से तैयार करने को कहा।

इस संदर्भ में उन्होंने अक्षयवट मार्ग तथा संगम अपर मार्ग पर वर्ष पर्यंत बिजली, पानी, सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल की उपस्थिति तथा अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संगम तक सड़क एवं बिजली की व्यवस्था होने से श्रद्धालु, तीर्थयात्री एवं पर्यटक वहां तक निर्विघ्नं जा सकेंगे तथा सुरक्षा व्यवस्था बनाने में भी आसानी होगी।

इसी क्रम में जिलाधिकारी ने संगम क्षेत्र में मेला अवधि को छोड़कर शेष अवधि में आने वाले श्रद्धालुओं/पर्यटकों को संगम स्नान एवं देव दर्शन के साथ-साथ अन्य सुविधाओं को बेहतर रूप में उपलब्ध कराए जाने के दृष्टिगत सेना की भूमि को छोड़कर अन्य भूमि पर मूलभूत अवसंरचना विकसित करने पर भी चर्चा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस संदर्भ में एक कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंनेे मेला क्षेत्र में प्रस्तावित स्थाई टॉयलेट्स, स्टेज एवं फ्लोटिंग जेट्टी पर हो रहे कार्यों की प्रगति समीक्षा भी की।

माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ ही कल्पवास समाप्त हो गया है। अतः जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को मेले से जुड़े सभी वेंडर्स का स-समय भुगतान करने को भी कहा।

बैठक में प्रभारी अधिकारी माघ मेला श्री विवेक चतुर्वेदी, प्रबंधक मेला प्राधिकरण श्री विवेक शुक्ला, डॉ ठाकुर, डॉ विमलेदु शेखर तथा अन्य कई अधिकारी उपस्थित रहे।
[01/03, 19:07] Dio Pryagraj Report: विशेष मिशन शक्ति अभियान कार्यक्रम के तहत विभिन्न विभागों द्वारा कार्यक्रमों का किया गया आयोजन
मिशन शक्ति अभियान के तहत सम्भागीय परिवहन कार्यालय में स्कूल वाहन टर्स की कार्यशाला का किया गया आयोजन
महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी द्वारा एनआईसी में महिला शहरी पथ विक्रेताओं को किया गया ऋण वितरण
शिक्षा विभाग द्वारा क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से बाल विवाह, दहेज, महिला अधिकार, पाॅस्कों कानून आदि विषयों के बारे में किया गया जागरूक
अल्पसंख्यक विभाग द्वारा मदरसों में मद्य्य निषेध व अन्य नशे से सम्बंधित सामाग्रियों के बारे मेें चलाया गया जागरूकता अभियान
01 मार्च, 2021 प्रयागराज।
सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी ने बताया है कि चल रहे विशेष मिशन शक्ति अभियान कार्यक्रम के तहत सोमवार को सम्भागीय परिवहन कार्यालय प्रयागराज में स्कूली वाहनों में बच्चियों की सुरक्षा एवं सम्मान के दृष्टिगत स्कूल वाहन आॅपरेटर्स की कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में स्कूली वाहनों में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के सम्बंध में आवश्यक निर्देश दिये गये। बस आॅपरेटरों को निर्देशित किया गया कि वे सभी चालकों को लाइसेंस एवं चरित्र सत्यापन आवश्य करायें। इसके साथ ही साथ ऐसे वाहन जिनमें लड़किया भी आते है, उनमें अनिवार्य रूप से एक महिला अटेंडेंट या महिला अध्यापिका साथ अवश्य रहें।
मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत ही सोमवार को कलेक्टेªट स्थित एनआईसी में महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी एवं नगर आयुक्त श्री रवि रंजन द्वारा महिला शहरी पथ विक्रेताओं को ऋण वितरित किया गया। विशेष मिशन शक्ति अभियान कार्यक्रम के तहत ही शिक्षा विभाग के द्वारा क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें बाल विवाह, दहेज, महिला अधिकार, पाॅस्कों कानून आदि विषयों पर चर्चा की गयी तथा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से इसके बारे में लोगो को जागरूक भी किया गया। अल्पसंख्यक विभाग द्वारा मदरसों में मद्य्य निषेध व अन्य नशे से सम्बंधित सामाग्रियों के बारे मेें जागरूकता अभियान चलाया गया। इसके बारे में स्लोगन के माध्यम से जागरूक किया गया। नशा करता है खराब, मिलकर करों इसका बहिष्कार। के साथ-साथ अन्य प्रकार के स्लोगनों के माध्यम से जागरूक किया गया।
मिशन शक्ति अभियान कार्यक्रम के तहत जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया है कि महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा एवं स्वालम्बन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत जनपद में माध्यमिक विद्यालयों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है, जिसके तहत सोमवार को विभिन्न विद्यालयों के अध्यापकों, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड के छात्र-छात्राओं द्वारा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने, स्कूल न जाने वाली बेटियों को स्कूल भेजने के लिए रैली के साथ-साथ अभिभावकों से सम्पर्क कर बालिकाओं की शिक्षा के प्रति जागरूक किया और प्रार्थना सभा मंें बालिकाओं द्वारा स्थानीय स्तर पर महिला समूहों द्वारा बनाये जा रहे विशिष्ट शिल्प/कला उत्पादों को सबसे साझा करना तथा स्थानीय उत्पादों के उपयोग हेतु प्रोत्साहन पर चर्चा की गयी तथा इसके अलावा वाद-विवाद, पोस्टर, निबन्ध एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share
error: Content is protected !!