हमारे संवाददाता
हरिद्वार। कैंडल मार्च निकालते हुए भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष हरजीत सिंह ने जिस तरह से महिलाओं के साथ कार्यस्थल पर घटना घटित हो रही है, ऐसे में कैसे महिलाओं की सुरक्षा की बात की जा सकती है। कोलकाता में हुई घटना को पुलिस ने उसे आत्महत्या बताते हुए केश की शुरूआत की। जिसमें मजबूरन हाईकोर्ट को संज्ञान लेते हुए सीबीआई जांच के आदेश देने पड़े।
मंगलवार को भगत सिंह चौक से रानीपुर मोड़ तक आरके गर्ल मेडिकल कॉलेज में सेकेंड ईयर की पीजी डॉ छात्रा हमारी बेटी की निर्मम हत्या के विरोध में विरोध प्रदर्शन के साथ कैंडल मार्च निकाला गया। भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष हरजीत सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से उस मासूम लड़की को पीड़ित करके शोषण करके उसका गैंगरेप करके उसे इस तरह से उसकीं हत्या की गई। हर एक व्यक्ति हर एक लोग पूरे देश के इसे नर्म आंखो से श्रद्धांजलि देते हुए मांग करता है कि आरोपियों को जल्द से जल्द फ़ासी की सजा मिले। इस देश के अंदर ऐसा एक क़ानून जब ऐसा कोई जघन्य अपराध कोई व्यक्ति करे तो उसे तत्काल प्रभाव से फ़ांसी की सजा होनी चाहिए। इस कैंडल मार्च में हमने एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति को भी (भारत सरकार) सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से आरोपियों को जल्द से जल्द फ़ासी देने की सजा देने की मांग उठाई। उन्होंने ऐसे जघन्य अपराध के लिए नया क़ानून बनाने की मांग उठाई। कोलकाता की सरकार ने जिस प्रकार से इसे लापरवाहीं से आत्महत्या का रूप देते हुए कोई कार्रवाई नहीं की और सबूतों को मिटाने का काम करने का काम किया, ऐसी सरकार को बर्खास्त करके वहाँ पर राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक हरजीत सिंह और रचित कुमार और कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस मौके पर एसएमजेएन पीजी कॉलेज के प्रो सुनील बत्रा, इंद्रमोहन बर्थवाल, रोहतास, प्रदीप बत्रा, अरुण बंसल, सन्नी शर्मा, रजत, शिवम, संदीप गोयल, आशु चौधरी, राशि, जयसिंह, अर्चना, विभोर गुलाटी, प्रवीन कुमार, शिवम ठेकेदार आदि शामिल हुए।