हमारे संवाददाता
हल्द्वानी। कुमाऊं द्वार पहुंचते ही संवाद यात्रा का नैनीताल जनपद में जोरदार स्वागत किया गया। उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन की टीम ने 13 दिन 13 जिले के साथ निकले संवाद यात्रा में जिले की कृषि पंचायत के सदस्यों से खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि लोकसभा तथा विधानसभा में कोई अनपढ़ व्यक्ति भी नामांकन कर सकता है, लेकिन त्रिस्तरीय पंचायत में नामांकन करने के लिए भी शैक्षिक मापदंड रखा गया है। इसी का परिणाम है कि त्रिस्तरीय पंचायत के सदस्य वैश्विक महामारी के दौरान हुए ग्रामीण विकास को हुए नुकसान की भरपाई की मांग कर रहे है।
इस अवसर पर न्याय पंचायत स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने के लिए न्याय पंचायत संयोजक बनाए जाने की घोषणा भी की गई। नगर के कालाढूंगी रोड स्थित एक बैंकट हॉल में आयोजित संवाद यात्रा के कार्यक्रम में उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के प्रदेश संयोजक तथा मुख्य वक्ता जगत मर्तोलिया ने कहा कि कुछ बयान वीर इस बात को उठाते है कि संसद, विधानसभा तथा निकाय को भी कोविड में नुकसान हुआ है। उन्होंने इस मांग को क्यों नहीं उठाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोकसभा तथा विधानसभा में आज भी कोई भी अनपढ़ व्यक्ति नामांकन कर सकता है।
लेकिन त्रिस्तरीय पंचायत के लिए एक शैक्षिक योग्यता का चार्ट बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को निकायों का कार्यकाल बढ़ाए जाने के लिए डायरेक्शन दिया था, लेकिन निकाय के निर्वाचित सदस्य उसका लाभ नहीं उठा पाए। इसलिए इन सवालों का जबाब वहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि हम त्रिस्तरीय पंचायतों में पढ़े-लिखे ही नामांकन कर सकते है और हम अपने अधिकार की लड़ाई को लड़ना भी जानते है। ग्राम प्रधान संगठन की प्रदेश अध्यक्ष भास्कर सम्मल ने कहा कि भारतवर्ष में यह अभिनव प्रयोग उत्तराखंड में हुआ है, जहां तीनों पंचायत के सदस्य एक मंच पर आ गए है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड बने 24 वर्ष हो गए है। आज तक इस राज्य में एक राज्य एक पंचायत चुनाव का सपना पूरा नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि आज राज्य सरकार की पास अवसर है कि वह वैश्विक महामारी को मुख्य आधार बनती हुए एक राज्य एक पंचायत चुनाव के सपने को पूरा करने के लिए आगे आए। उन्होंने कहा कि अब हम किसी भी कीमत पर पीछे हटने वाले नहीं है। इसलिए सरकार को संवैधानिक मांग का संवैधानिक हल निकालना चाहिए। इसके लिए ग्राम प्रधान संगठन प्रदेश में अपनी कमर कस ली है।
ग्राम प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष हीरा बल्लभ जोशी ने यात्रा दल का स्वागत किया। कहा कि संगठन इस मांग के साथ उत्साह के साथ हमेशा साथ- साथ चलेगा। जिला पंचायत की अध्यक्ष बेला तोलिया ने कहा कि जिला पंचायत के समस्त सदस्य इस आंदोलन के साथ अंतिम समय तक बने रहेंगे। भीमताल के क्षेत्र प्रमुख डॉ हरीश सिंह बिष्ट ने कहा कि क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा प्रमुख भी संगठित होकर दो वर्ष कार्यकाल का अधिकार लेके रहेंगे। कहा कि यह मांग संवैधानिक है। केवल सरकार को कैबिनेट में प्रस्ताव पारित कर आगे बढ़ना है।
कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख रामगढ़ पुष्पा नेगी, ब्लॉक प्रमुख धारी आशा रानी, ब्लॉक प्रमुख हल्द्वानी रुपा देवी, ब्लॉक अध्यक्ष ग्राम प्रधान संगठन बेतालघाट मनोज पलाडिया, ओखलकांडा निर्मल मटियाली, रामनगर राहुल डंगवाल, भीमताल हेमा आर्य, हल्द्वानी रुक्मणी नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य अनिता प्रकाश,रोहित बिष्ट, रेखा, नंदन बोरा, सीमा पाठक, त्रिलोक सिंह नौला, अनिल चन्याल, प्रदेश सचिव सीमा पाठक, हरीश चंद्र, रमा मेहता, मो ताहिर, जानकी चनियाल, रजनी रावत, डीके शर्मा, जया बोहरा, बलिराम आर्य, गणेश दत्त जोशी, प्रताप सिंह पडियार, राधा कुलियाल, रामलाल, रेखा लोशाली ने विचार व्यक्त किया। संचालन मदन बधानी ने किया।