हमारे संवाददाता उत्तरकाशी,
उत्तरकाशी। बुधवार को नगर पालिका परिषद सभागार में चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति की बैठक केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ विजेन्द्र पोखरियाल के नेतृत्व में ओर गढ़वाल मंडल अध्यक्ष कीर्ति निधि सजवाण ,जिला कार्यकारी अध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई जिसमें चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी संयुक्त समिति जनपद उत्तरकाशी ने बैठक कर विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की गई साथ ही जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को 11 सूत्रीया मांगों का ज्ञापन भेजा। चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी संयुक्त समिति केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ विजेन्द्र पोखरियाल ने कहा है सरकार में बैठे मुख्य के कानों तक राज्य निर्माणकरियों की आवाज नही पहुंच पा रही जिसके लिए हम सभी को 30 जून को अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कुछ करना होगा जिससे सरकार के कानो तक आवाज पहुंच पाएगी हम सभी की मांगे है एक समान 10% आरक्षण कानून को लागू करवाए। पेंशन में बढ़ाकर एक समान 20000 बीस हजार किया जाय जिससे बुजुर्ग राज्य आन्दोलनकारी अपनी स्वस्थ्य के साथ साथ दावा का खर्च भी पूर्ण कर सके मूल निवास 1950 अनिवार्य हो परिसीमन जन सांख्य के आधार पर नहीं बल्कि क्षेत्र फल के अनुसार किया जाय जिससे पहाड़ी क्षेत्र का पलायन रुकेगा राज्य आन्दोलनकरियों को भारत स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के तर्ज पर राज्य सेनानी का दर्जा दिया जाए प्रदेश में हिमाचल प्रदेश के तहत सशक्त भू कानून लागू किया जाए राज्य आंदोलनकारी के हित में पूर्व में जो शासन आदेश बने थे उन्हें तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव नगर निकाय चुनाव में राज्य आंदोलनकारी को 30% सीट आरक्षित किया जाए उत्तराखंड परिवहन निगम की बस उत्तरकाशी से लम्बगांव होते देहरादून ऋषिकेश हरिद्वार के लिए चालू किया जाए लम्बगांव से बुढ़केदार हेतु उत्तराखंड परिवहन निगम की बस तथा उत्तरकाशी से बड़कोट मोरी अराकोट बस सेवा चालू किया जिन राज्य आंदोलनकारी के पास राज्य के शासन आदेश के मानकों के तहत प्रमाण है उनका चिन्हीकरण लिस्ट जारी किया जाए बैठक में वक्ताओं ने अपनी अपनी बातें रखी जिसमें समिति के पूर्व महासचिव विक्रम सिंह रावत ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर सिर्फ खाना पूर्ति तक ही सीमित रह गया है। जो लोग अन्य राजनीतिक दलों में शामिल थे जिन्होंने राज्य के निर्माण का विरोध किया था वहा कुछ लोग आज के समय भारतीय जनता पार्टी में जुड़ने के कारण उनको राज्य आन्दोलनकारी घोषित किया जा रहा ओर राज्य स्थापना दिवस पर उनको खुले मंच से सम्मानित किया जा रहा है उन्ही लोगो को नेता लोग समानित कराते है। जिन्होंने राज्य के निर्माण का विरोध किया था जिसका इस बार हम सभी को विरोध करना चाहिए और कह हम सभी को गुमराह किया जाता है। जिला कार्यकारी अध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान ने कहा कि एक समान आरक्षण को तत्काल प्रभाव लागू किया जाए नही हम सभी उग्र आन्दोलन करना पड़ेगा गढ़वाल मंडल अध्यक्ष कीर्ति निधि सजवाण ने कहा कि चार धाम यात्रा ही उत्तराखंड देवभूमि का मुकुट है। साथी उन्होंने राज्य के मुख्य द्वारा हरिद्वार है। चार धाम यात्रा हरिद्वार ऋषिकेश से ही यथावत रहनी चाहिए साथ में यह भी कहा कि चार धाम यात्रा में आ रहे यात्रियों को बिना दर्शन किए वापसी भेजना गलत जिसका हम सभी विरोध करते है वहीं राज्य आन्दोलनकरि आश्रित विकास भट्ट ने कहा कि सरकारें आश्रितों के साथ भेदभाव कर रही है और आश्रितों के मामले को लटका रही है चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी संयुक्त समिति केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ बिजेन्द्र पोखरियाल ने बैठक के समापन के साथ सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि राज्य आन्दोलनकारी अपनी मांगों को लेकर पूरे प्रदेश के राज्य आन्दोलनकारी 30 जून को मुख्यमंत्री आवास घेराव का किया ऐलान सभी लोग समय से पहुंच कर शान्ति ब्यस्था साथ देहरादून चलने की बात कही बैठक में डॉ विजेन्द्र पोखरियाल कृतिनिधि सजवाण प्रताप सिंह चौहान राजेन्द्र प्रसाद पैन्यूली जगदीश प्रसाद भट्ट तेग सिंह राणा मोहनानंद बिजलवान रमेश चंद्र उनियाल, गैणा सिंह राणा विक्रम सिंह रावत, खुशहाल सिंह बिष्ट ,जमुना प्रसाद बहुगुणा अनिल सेमलवाल ,चतर सिंह राणा, मूलचन्द सिंह पंवार आदि आंदोलनकारी सम्मिलित थे।