हरिद्वार, शुक्रवार रात उत्तराखंड प्रहरी के कार्यालय पर कुछ शराब पी रहे युवकों ने उत्तराखंड प्रहरी के रिपोर्टर जोगेंद्र सिंह पर अचानक हमला कर दिया। बात गाड़ी पार्क करने को लेकर बिगड़ी जो की हाथापाई में तब्दील हो गई।आपको बताते चलें की रोज की भांति उत्तराखंड प्रहरी के रिपोर्टर जोगेंद्र सिंह अपनी गाड़ी को कार्यालय के बाहर पार्क कर रहे थे तभी बराबर में खड़ी गाड़ी में कुछ युवक और महिला शराब पी रहे थे जोकि शराब ने नशे में धुत थे।
उनसे पत्रकार द्वारा अनुरोध किया गया कि आप अपनी गाड़ी थोड़ा आगे खड़ी कर लें इसी बात पर शराब पी रहे कुछ युवकों ने उनके साथ गाली गलौज की और हाथापाई करने लगे। उस वक्त रिपोर्टर अकेले थे तो उन्हें तीन-चार लोगों ने घेरकर उनके साथ हाथापाई करने लगें। अपनी जान बचाते हुए ऑफिस की तरफ भागे तो वे भी उनके पीछे आये और हाथापाई की और तोड़फोड़ की।
घटना की सूचना मिलते ही जब तक सारे पत्रकार और लोग मौके पर पहुंचे तब तक सारे आरोपी अपने मौके से फरार हो गए। सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी जिसके आधार पर पत्रकारों ने ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करने पहुंचे तो पुलिस ने देर रात उनकी तहरीर लेकर शनिवार को मुकदमा दर्ज करने की बात कहकर उन्हे कोतवाली से रवाना किया।
पत्रकारों का यह भी आरोप है कि जब वह पुलिस से निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही की मांग कर रहे थे। तो हरिद्वार शहर पुलिस का एक बड़ा अफसर आरोपी पक्ष को सपोर्ट कर रहा था और मुकदमा न दर्ज किए जाने को लेकर कोतवाली में बार बार फोन कर दवाब बना रहा था।
लेकिन सीसीटीवी में कैद हुई घटना बतौर साक्ष्य के साथ साथ कोतवाली में एकत्रित हुए शहर के तमाम सामाजिक राजनैतिक और पत्रकारों के दवाब के चलते आखिर में कोतवाली पुलिस को आरोपी पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना पड़ा।
आरोपी कृष्ण लाल ग्रोवर पुत्र जुगल किशोर ग्रोवर निवासी सिविल लाइन, प्रेम मंदिर के पीछे, रुड़की हरिद्वार के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 323, 452, 504, 506 के तहत हुआ मुकदमा दर्ज किया गया।
बताया जा रहा है कि आरोपी कृष्ण लाल ग्रोवर व उसके परिजन कोतवाली में भी बार बार अपनी ऊंची पहुंच के साथ आईपीएस के एक बड़े अधिकारी को अपना साला बता रहा था। चार जजों से अपने संबंधों का हवाला देकर कानूनी कार्यवाही को बाधित करने का प्रयास कर रहा था। अपने रिश्तेदारों को सचिवालय का बड़ा अधिकारी भी बता रहा था। और आरोपी की पत्नी जल संस्थान में एक अधिकारी के पद पर बताकर उससे महिला आयोग में मामला दर्ज करवाने की भी धमकी दे रहा था।
जब पुलिस ने सारे मामले की पड़ताल करने के बाद मुकदमा दर्ज किया तो आरोपी के परिजनों के सुर थोड़े नरम होते हुए दिखाई दिए। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।