हमारे संवाददाता
हरिद्वार। टैक्सी स्टैंड संचालकों और उनपर कार्यरत कर्मचारियों के बीच चल रहे झगड़े में फिर से एक ओर मुकदमा नगर कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया है। मुकदमें में एक आरोपी पर कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि जैसे बदमाश के नाम से धमकी देने का भी आरोप है।
प्रदीप कुमार पुत्र स्वर्गीय सुरेश कुमार निवासी पीपल वाली हवेली पहाडी बाजार कनखल ने नगर कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। प्रदीप कुमार ने बताया कि वह ट्रैवल्स कमीशन ऐजेन्ट के रूप में काम करके अपनी व अपने परिवार की गुजर बसर करता है। आशु चचंल पुत्र राजेन्द्र चचल, निवासी बिल्केशर बाल्मिकी बस्ती हेमत चचल उर्फ मिश्रा पुत्र राजकुमार चंचल निवासी बिल्केशर बाल्मिकी बस्ती प्रार्थी की अवैध वसूली के लिय पूर्व में कई बार प्रवीण बाल्मिकी का नाम लेकर प्रार्थी को डरा धमकाते रहे हैं। जिस कारण प्रार्थी इन लोगो के खिलाफ 08 जुलाई को थाना कोतवाली हरिद्वार में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी थी। जिससे ये लोग मुझ से बहुत ज्यादा रंजिश रखने लगे। दिनांक 16 अगस्त को समय साय 4:30 से साय 6:00 बजे तक मुझे चण्डी चौक पर अपने ट्रेवल्स के कार्यालय में बैठा हुआ था। तभी आशु चंचल, हेमन्त चंचल उर्फ मिड्डा, मोनू वाल्मिकी उर्फ मोनू गेटप पुत्र प्रेम निवासी वाल्मीकि बस्ती बिल्वकेश्वर जाकेश गिरी पुत्र राकेश, निवासी मांगेराम की पुलिया जगजीतपुर हरिद्वार, धमेन्द्र कश्यप निवासी शिवपुरी जगजीतपुर हरिद्वार, कन्हेया झा पुत्र श्याम सुन्दर झा, निवासी ब्रह्मह्मपुरी, मनसा देवी रोड हरिद्वार मनीष सिंह, निवासी श्यामपुर कांगडी, पवन अरोडा पुत्र गुलशन अरोडा निवसी 12 कोठी पहाड़ी बजार, कनखल मेरे कार्यालय में घुस आए। कार्यालय में घुसने पर धर्मेंद्र कश्यप निवासी जगजीतपुर ने अपनी पेट के सुन्डे से तंमचा निकाल कर यह कहते हुए कि तू बहुत मुकदमें लिखवा रहा है। तू जिन्दा ही नहीं बचेगा, तो गवाही कैसे देगा। मुझ पर गोली चलायी लेकिन उसका तंमचा नहीं चला, तो इन लोगों ने मुझ को थप्पड मुक्के मारते हुए धमकाया आज तो तू बच गया है। अगली बार नहीं बचेगा सीधी सीधे हमें 25000 रुपये महीना देना शुरू कर दे नहीं तो तुझे जिन्दा नहीं छोडेंगे। मुझे इस घटना से अत्याधिक डर गया था। दिनांक 27/08/2024 को मैंने इनकी धमकी के भय से फोन पे के माध्यम 5000 भी डाले जिसका स्क्रीन सोट सलंग्न है। मैं ऑफिस में बैठा था, तभी एक अज्ञात व्यक्ति ने आकर मुझ से कहा बाकी के 20,000/- रूपये कब देगा। जिससे मैं और भयभीत हो गया। किसी तरह अपने घर आया मुझे इन लोगो से अपनी जान-माल का लगातर खतरा बना हुआ है। मैं आज हिम्मत करके रिपोर्ट लिखाने पहुंचा।