उत्तराखंड प्रहरी, ब्यूरो
हरिद्वार। भरा नहीं जो भाव से बहती जिसमे रसधार नहीं, वो परिवार भी क्या परिवार हो जिसमे पति -पत्नी का प्यार नहीं, के स्लोगन को चरितार्थ करते हुए महिल ऐच्छिक ब्यूरो की टीम ने तीन परिवरों को टूटने से बचाया है।
पुलिस लाइन रोशनाबाद हरिद्वार में ऐच्छिक ब्यूरो अध्यक्षा सरिता डोभाल (पुलिस अधीक्षक जीआरपी) के दिशा निर्देशन व नोडल अधिकारी महिला सुरक्षा/ महिला हेल्पलाइन हरिद्वार जूही मनराल के परिवेक्षण में महिला ऐच्छिक ब्यूरो का आयोजन किया गया। महिला हेल्प लाइन मायापुर हरिद्वार में विभिन्न माध्यमों से प्राप्त पारिवारिक शिकायती प्रार्थना पत्रों में दोनो पक्षों को बुलाकर काउंसलिंग कराई गई। काउंसलिंग में जटिल पारिवारिक मामलों में से कुल 06 प्रकरणों को बैठक के समक्ष रखा गया जिसमे 03 प्रकरणों में आपसी समझौते होने पर परिवारजन खुशी-खुशी अपने घर को गए व 03 प्रकरण में दोनो पक्षों को सोचने समझने हेतु अतिरिक्त समय दिया गया।
बैठक में मनोवैज्ञानिक असिस्टेंट प्रोफेसर अरुण कुमार, समाजशास्त्री विनोद शर्मा, अधिवक्ता विदुसी चतुर्वेदी, समाजसेवी एकता अरोड़ा व प्रभारी महिला हेल्पलाइन एसआई अनिता शर्मा, कांस्टेबल पंकज रावत व महिला कांस्टेबल आंचल मनवाल मौजूद रहे।