हरिद्वार कनखल 22 फरवरी श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल हरिद्वार के कोठारी महंत जसविंदर सिंह शास्त्री एवं श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल की एकड़ शाखा के महंत अमनदीप सिंह ने संयुक्त बयान जारी कर एकड़ शाखा के सेवादार कर्मचारियों के आपसी मतभेद कहासुनी को गलत तरीके से प्रचारित कर अखाड़े को बदनाम करने की सुनियोजित साजिश करार दिया ।
श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविंदर सिंह शास्त्री ने कहा कि सेवादार और कर्मचारियों की आपसी विवाद और मनमुटाव को अखाड़े का विवाद कहना अखाड़े की छवि को धूमिल और बदनाम करने का प्रयास है । उन्होंने कहा सोमवती अमावस्या 20 फरवरी को वह कनखल स्थित अखाड़े की मुख्यालय में सोमवती अमावस्या के कार्यक्रम और भंडारे में व्यस्त थे कार्यक्रम के पश्चात शाम के समय एकल शाखा में कर्मचारियों सेवादार में आपसी मतभेद कहासुनी की सूचना मिलने पर वहां पहुंचे और उन्होंने एवं महंत अमनदीप सिंह ने कर्मचारी और सेवादार की आपसी मतभेदों और कहासुनी को मिल बैठकर सुलझाया एवं आपसी समझौता करा कर कहासुनी विवाद को समाप्त किया इसी घटनाक्रम को गलत तरीके से प्रचारित कर अखाड़े को बदनाम करने की साजिश हो रही है ।
एकड़ शाखा के महंत अमनदीप सिंह ने कहा जगतार सिंह अखाड़े के सचिव नहीं है।
श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के सचिव महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री हैं जो पूर्व में अखाड़ा परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष भी रहे हैं ।
जगतार सिंह, रेशम सिंह ,गोपाल सिंह, प्रेम सिंह आदि अखाड़े पर पर कब्जा करने की साजिशों में संलिप्त हैं । जिन पर पूर्व में कई मुकदमे हरिद्वार में दर्ज हैं यहां लगातार अखाड़े के संतों की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं मौजूदा घटनाक्रम को गलत तरीके से प्रचारित कर इसी साजिश का हिस्सा है।।
बीते वर्ष नवंबर में भी इन लोगों ने अखाड़े में हथियारों के बल पर अवैध रूप से घुसकर कब्जा करने की कोशिश की थी जिसे पुलिस प्रशासन एवं संत समाज के सहयोग से खदेड़ दिया गया था और बाद में इनके ऊपर संगीन धाराओं में मुकदमे भी कायम हुए ।
यह लोग बाहरी और अवांछित आपराधिक तत्व है जिनका संत समाज और निर्मल संप्रदाय से कोई वास्ता नहीं है ।
उन्होंने कहा इन तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share
error: Content is protected !!