रूड़की, मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में पिछले दिनों हुई दो हत्याओं की घटनाओं का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनो आरोपी संगीन अपराध में जमानत पर बाहर थे, और बैंक लूट की योजना बना रहे थे। इस बीच मामूली बात पर ट्रैक्टर ट्राली चालक की हत्या करने के बाद एक साथी डर गया था, और बैंक लूट की योजना में साथ ना देने पर आमादा हो गया था। हत्या व लूट की योजना की जानकारी होने के कारण पकड़े जाने के डर से दो साथियों ने मिलकर तीसरे साथी की भी गोली मारकार हत्या कर दी। पुलिस ने दोनो शातिरों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है।
रूड़की सिविल लाइन कोतवाली में घटना की जानकारी देते हुए एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि लंढौरा निवासी मोहम्मद आलम ने कोतवाली मंगलौर में अपने भाई साकिब कि हत्या करने के संबंध में उज्जलल व आदेश के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया था। जिसको लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गये थे।
पुलिस टीम से सर्विलांस व आवश्यक संसाधनों की मदद से दोनो आरोपियों को आसफ नगर से गिरफ्तार कर लिया। जिनके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल आला कल्ल बराबाद किया गया। गिरफ्तार दोनो आरोपी शातिर किस्म के अपराधी है जिनका पूर्व में भी आपाधिक इतिहास रहा है एसएसपी प्रमेद्र डोबाल ने बताया पूछताछ करने पर दोनो आरोपियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए है। गिरफ्तार आरोपी उज्जवल व आदेश जो वर्तमान में नगला इमरती में किराये में मकान में रहते थे। दोनो ने मृतक साकिब पुत्र अफजाल निवासी मो.मातावाला हसन बाग लण्ढौरा को साथ लेकर बैंक लूटने की योजना बना रहे थे। बैंक लूटने मे साकिब के साथ न देने के कारण ही साकिब की हत्या की गई।
वही कोतवाली मंगलौर पर शिवम निवासी बाबरी उत्तर प्रदेश ने स्वयं के पिता नेत्रपाल उम्र 56 वर्ष की ट्रैक्टर ट्रॉली में गन्ना ले जाते समय बिझौली बाईपास पर गोली मारकर हत्या करने के संबंध में बीती 26 नवंबर को मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस घटना को गिरफ्तार आरोपियों ने अंजाम दिया था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हम लोग बच्चा जेल हरिद्वार में बंद थे, साकिग कोतवाली मंगलौर से बलात्कार उज्जवल हत्या के प्रयास व आदेश हत्या के मामले में निरूद्ध थे।
हमारी एक दूसरे से जान पहचान जेल में हुई थी और आपसी मेल मिलाप व दोस्ती बन गई थी। इसी बीच हमारी जमानत होनके पर हमें जानकारी हुई कि सिविल लाईन रूड़की के एसबीआई बैंक में लगभग 100 करोड़ रूपये हर समय उपलब्ध रहते है। जिसको लेकर सभी ने बैंक में लू करने की योजना बनाई, इसके लिए लूट करने वाले कटर आदि उपकरण ऑनलाइन खरीदे गए ताकि किसी को हम पर कोई शक न हो।
उन्होंने बताया बीती 25 नवंबर को रात में जब हम आदेश व उज्जवल ढडेरा से लण्ढौरा की तरफ जा रहे थे, तो बिझौली बाईपास पर एक टैक्ट्रर ट्राली जिसमें गन्ना भरा था। उससे हमारी मोटर साइकिल टक्करा गई। हमने टैक्ट्रर ट्राली चालक को वाहन रोकने को कहा गया लेकिन चालक ने टैक्ट्रर ट्राली नही रोका। टैक्ट्रर का पीछा करते हुए उसे हाइव्र पर रोककर चालक नेत्रपाल की उज्लवल ने गुस्से में गोली चला दी। जिससे चालक की मौके पर ही मृत्य हो गयी।
इस घटना की जानकारी साकिब को पता चला हालांकि वह इस घटना में उनके साथ शामिल नही था। इस हत्या के बाद साकिब डर गया और बैंक वाली घटना में शामिल होने से इंकार करने लगा। चूंकि साकिब को एसबीआई बैंक लूट और हत्या की जानकारी थी तो इस डर से हमने साकिब की गोली मारकर हत्या कर दी।