हमारे संवाददाता दिनांक 12 फ़रवरी 2025
हरिद्वार। कल देर रात बहादराबाद थाना क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ हो गई। बदमाशों के पैरों में पुलिस की गोली लगने से दो बदमाश घायल हो गए, जबकि एक बदमाश को घटना स्थल पर ही पकड़ लिया गया। आरोपियों ने जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. गोपाल की हत्या को अंजाम दिया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने कल देर रात हुई पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ का खुलासा करते हुए बताया कि मामला 31 जनवरी का है, नहर पटरी डिफेंस कॉलोनी में डॉक्टर गोपाल गुप्ता की गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को झाड़ियों में फेंक दिया गया था। मृतक के पिता राजकुमार गुप्ता निवासी मेन बाजार, लक्सर की तहरीर पर थाना बहादराबाद में मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की जांच में छह टीमें लगाई गई थी। हत्या करने वाले आरोपियों की तलाश की जा रही थी।
इसी क्रम में बीती रात मंगलवार को बहादराबाद थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ की अगुवाई में शांतरशाह चैकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार और बाजार चैकी प्रभारी यशवीर सिंह नेगी टीम के साथ चेकिंग कर रहे थे। तभी तीन लोग एक मोटरसाइकिल पर कलियर से कोर कॉलेज की ओर आते दिखाई दिए। पुलिस ने उन्हेें रोकने का प्रयास किया तो, वे भागने लगे और पीछे बैठे बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और खेतों की तरफ भाग निकले। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो बदमाशों के पैर में गोली जा लगी। जिसमें एक को घटना स्थल पर पकड़ लिया गया। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिला अस्पताल में आरोपियों ने पूछताछ के दौरान 31 जनवरी को चर्चित डॉक्टर गोपाल हत्याकांड की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकारी। आरोपियों के कब्जे से मृतक डॉक्टर की बुलेट मोटरसाइकिल, घड़ी, जूते और असलाह भी बरामद किया गया। पकड़े गये आरोपियों की पहचान घायल बदमाश मुदस्सर और समीर निवासी देवबंद जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश के रुप में हुई, जिनके पैर में गोली लगी है, जबकि तीसरे बदमाश अशरफ निवासी गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को घटना स्थल से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी शराब के ठेकों के आसपास नशे में धुत लोगों को अपना शिकार बनाते थे। वे पहले उनसे दोस्ती कर नशे की हालत में पैसे लूटते थे। घटना वाले दिन तीनों आरोपियों ने शराब के ठेके के पास डॉक्टर गोपाल को देखा, जो नशे की हालत में था और उसकी बुलेट बाइक में पेट्रोल खत्म हो गया था। आरोपियों ने पहले उससे दोस्ती की, फिर तेल और शराब दिलाने के बहाने ई-रिक्शे में बैठाकर सुनसान जगह ले गए। वहां उन्होंने डॉक्टर से पैसे व घड़ी लूटी, विरोध करने पर उसके पहने मफलर से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को नहर किनारे फेंक दिया।
मामले की जांच और आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में सीओ ज्वालापुर अविनाश वर्मा, एसओ बहादराबाद नरेश सिंह राठौड़, उपनिरीक्षक खेमेन्द्र गंगवार के साथ यशवीर, जगमोहन, देवेंद्र (ज्वालापुर), सहायक उपनिरीक्षक तरुण, हेड कांस्टेबल देशराज, कांस्टेबल बलवंत, संतोष, मुकेश नेगी, रणजीत और निर्मल (कोतवाली नगर) शामिल थे। इसके अलावा, सीआईयू हरिद्वार टीम में इंस्पेक्टर दिकपाल सिंह कोहली, उपनिरीक्षक पवन डिमरी, हेड कांस्टेबल विवेक यादव, कांस्टेबल वसीम, हरवीर और नरेंद्र शामिल रहे। बहादराबाद पुलिस व सीआईयू टीम की सफलता पर एसएसपी ने 5,000 रूपये और आईजी गढ़वाल रेंज ने 15,000 रुपये का इनाम घोषित किया है।