नैनीताल: उत्तराखंड का एक ओर लाल देश के लिए बलिदान हो गया हैं। राजौरी में हुए आंतकवादी मुठभेड़ में नैनीताल के संजय सिंह बिष्ट ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिये।
बुधवार को जम्मू के राजौरी सेक्टर में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में बेतालघाट ब्लॉक स्थित रातीघाट क्षेत्र निवासी 28 वर्षीय पैरा कमांडो नाइन पैरा (स्पेशल फोर्स) संजय सिंह बिष्ट ने देश के दुश्मनों से लोहा लेते हुए प्राण न्योछावर कर दिए। सैन्य अधिकारी बलिदानी सपूत का पार्थिव शरीर लेकर जम्मू से उत्तराखंड के लिए निकल पड़े हैं।
संजय बिष्ट के शहीद होने की खबर सुनते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। संजय के रिश्तेदार और आसपास के ग्रामीणों का उनके घर में जमावड़ा लगने लगा। संजय के भाई नीरज बिष्ट ने बताया कि संजय 2012 में आर्मी में भर्ती हुआ था। कल रात ही उसकी परिवार से फोन पर बात हुई थी। संजय 15 दिन पहले ही घर से पोस्ट पर वापस लौटा था। संजय के परिवार में पिता दीवान सिंह बिष्ट, माँ मंजू बिष्ट, बहन ममता बिष्ट, विनीत बिष्ट हैं।
राजौरी में हुई मुठभेड़ में सेना के 2 कैप्टन समेत चार जवान शहीद हो गए। जिसमे एक संजय भी है। सर्च ऑपरेशन के दौरान धर्मसाला के बाजीमल इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई।