जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। विधानसभा चुनाव की रणफेरी बज चुकी है। सभी संभावित प्रत्याशी तैयारियों में जुटे हुए हैं। मंगलौर विधानसभा से मौजूदा कांग्रेस के विधायक से सीट छीनने के लिए भाजपा की पूरी तैयारी है। सीट पर काजी को टक्कर देने के लिए भाजयुमो के जिलाध्यक्ष सचिन गुर्जर मजबूत प्रत्याशी हो सकते है। सचिन गुर्जर की सर्वसमाज और युवाओं में अच्छी पकड़ है और युवा ही कर्णधार होते हैं।
प्रदेश निर्माण होने के बाद से मंगलौर विधानसभा भाजपा के खाते में कभी नहीं आई। 2022 में अब पांचवां चुनाव होने वाला है, तो भाजपा संगठन चाहता है कि इस बार मंगलौर का सूखा समाप्त हो जाए। इस सूखे को समाप्त करने के लिए सचिन गुर्जर मजबूत प्रत्याशी हो सकते हैं।
सचिन गुर्जर की सर्वसमाज में अच्छी पहुंच हैं और सभी का समर्थन उनके साथ है। सबसे बड़ी बात प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी युवा है और उनके नेतृत्व में मंगलौर विधानसभा क्षेत्र का विकास होगा। क्षेत्र में नई—नई योजनाओं का लाभ दिलाने का काम सचिन गुर्जर की दूरदर्शिता और कर्मठता से होगा।
भाजयुमो के जिलाध्यक्ष बनने के बाद से सचिन की सक्रियता बहुत ही ज्यादा बढ़ गई है। वे केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लोगों को दिला रहे हैं। इससे लोगों में उनका विश्वास भी बढ़ा है। क्योंकि पूर्व में भाजपा से जो भी प्रत्याशी रहे हैं, उन्होंने क्षेत्र वासियों से दूर बनाकर रखी। इसलिए चर्चा आम रहती है कि भाजपा से उन्हें दोबारा प्रत्याशी नहीं बनाया जा सकता। लेकिन सचिन गुर्जर जनता के हर दुख दर्द के साथ उनकी खुशियों के कार्यक्रम में शामिल होते हैं।
सचिन गुर्जर की बात करें तो छात्रों के हितों के लिए वे एबीवीपी कार्यकारिणी में शामिल हुए और आंदोलनों का नेतृत्व करते हुए वे जिला संयोजक और प्रदेश प्रमुख तक पहुंच गए। भाजयुमो के पिछले कार्यकाल में जिला महामंत्री का कार्यकाल संभाला तो अब वे भाजयुमो के जिलाध्यक्ष का दायित्व बखूबी निभा रहे हैं। लोगों में इतना उत्साह रहा कि महीने भर तक स्वागत कार्यक्रम का दौर चलता रहा, जोकि अपने आप में ऐतिहासिक रहा है।