जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। बच्चों के लिए अभी वैक्सीन तैयार नहीं हुई है और न ही किसी संस्था ने अप्रूवल नहीं दी है। केवल भ्रामक खबर वायरल हो रही थी कि बच्चों के लिए सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (एसईसी) ने डीसीजीआई (ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) को देश की बायोटेक कंपनी की वैक्सीन कोवैक्सीन की अनुमति मिल गई है। खबर का संज्ञान लेते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पंवार ने कहा कि अभी काम चल रहा है। मुझे लगता है कुछ कन्फ्यूजन सामने आ रही है। अभी डीसीजीआई की भी मंजूरी नहीं मिली है। विशेषज्ञ निर्णय लेंगे, उसके बाद वैक्सीन आएगी। प्रक्रिया चल रही है और हम उसमें हस्तक्षेप नहीं करते हैं।?
कोरोना की वैक्सीन व्यस्कों के लिए आने पर बच्चों पर वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं। ट्रायल के नतीजे डीसीजीआई को सौंपे जा चुके हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही बच्चों को वैक्सीन की डोज लगनी शुरू हो जाएगी। लेकिन अभी कई सवाल है जिनका जवाब मिलना बाकी है, जिनमें बच्चों को कोरोना वैक्सीन की कितनी डोज दी जाएंगी? अगर एक से ज्यादा डोज दी जाएंगी, तो उनमें कितना अंतर होगा? बच्चों पर कोरोना वैक्सीन कितनी असरदार साबित हुई है? इन सवालों का जवाब अभी आधिकारिक सूत्रों से मिलना बाकी है। हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि बच्चों को भी कोरोना की दो डोज लेनी होंगी।