जोगेंद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। कुंभ—2021 में कोरोना टेस्टिंग फर्जीवाड़े में स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने निलंबित चल रहे तत्कालीन मेला स्वास्थ्य अधिकारी डा अर्जुन सिंह सेंगर और प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनके त्यागी आरोप पत्र जारी किए है। दोनों को 15 दिनों में अपना पक्ष शासन के समक्ष रखने को निर्देश दिए है।
हरिद्वार में हुए कुंभ—2021 में कोरोना टेस्टिंग के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा किया था। कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट लेकर आना अनिवार्य किया गया था। साथ ही हरिद्वार जिले की सीमा पर भी कोरोना की आरटीपीसीआर और एंटीजन जांच की व्यवस्था की गई थी। जांच के लिए 24 सरकारी व निजी लैब को अधिकृत किया गया। जांच में फर्जीवाड़े की बात तब सामने आई, जब फरीदकोट (पंजाब) के एक व्यक्ति के मोबाइल पर हरिद्वार में कोरोना जांच कराने की रिपोर्ट आई, जबकि वह न तो हरिद्वार गए और न ही उनकी कहीं कोरोना जांच हुई थी।
आइसीएमआर के हस्तक्षेप पर राज्य सरकार ने मामले की जांच कराई। जांच में आरोपितों की रैपिड एंटीजन टेस्ट कराने वाली फर्मों के साथ गठजोड़ की बात सामने आई। रिपोर्ट में बिना जांच किए ही फर्मों को भुगतान करने का भी जिक्र किया गया है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को दोषी माना गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर मेला स्वास्थ्य अधिकारी और प्रभारी अधिकारी स्वास्थ्य को निलंबित करते हुए इस मामले में विभागीय जांच बिठा दी। यह जांच निदेशक गढ़वाल डा भारती राणा को सौंपी गई है।
