उत्तरकाशी, सिलक्यारा में सुरंग के अंदर सरियों में फंसे ऑगर मशीन के ब्लेड को काटने का कार्य सुबह से लगातार जारी है। इस काम में हैदराबाद से प्लाज्मा कटर पहुंचने के बाद तेजी से काम हो रहा है। वही वर्टिकल ड्रिलिंग का काम शुरू कर दिया गया है।
विशेषज्ञ के अनुसार…..
माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने बताया कि प्लाज्मा मशीन से हम अभी भी बरमा काट रहे हैं। इसे काटने के लिए बरमा से लगभग 16 मीटर अधिक है। यह प्लाज्मा मशीन फायदेमंद है क्योंकि यह स्टील को तेजी से काट देगा।
वही, अंतर्राष्ट्रीय टनल विशेषज्ञ, अर्नाेल्ड डिक्स के अनुसार बरमा मशीन विफल हो गई, और हमें पाइप से बरमा निकालने में कई तकनीकी कठिनाइयाँ हो रही हैं। इसे काटने की प्रक्रिया आज सुबह बहुत तेजी से चल रही है। प्लाज़्मा कटर आ गए हैं। बचाव कार्य में लगे लोग प्लाज़्मा कटर के साथ एक पाइप में अंदर जा रहे हैं और इसके टुकड़े-टुकड़े कर रहे हैं। एक बार, हमें बरमा मिल गया है। फिर हम अंदर जा सकते हैं। पाइप पर एक नज़र डाल देख सकते हैं कि वह किस स्थिति में है। और फिर हम आकलन कर सकते हैं कि आगे क्या होगा।
सीएम धामी ने सुरंग में फंसे श्रमिक के परिजनों से बात कर बढ़ाया हौसला
उत्तरकाशी, सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिक बंधु पुष्कर सिंह ऐरी के टनकपुर, चंपावत स्थित आवास पहुंचकर उनके परिजनों से भेंट की एवं उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान उन्हें श्रमिकों को बाहर निकालने हेतु केंद्रीय एजेंसियों एवं प्रदेश प्रशासन द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों की जानकारी दी। हम सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने हेतु पूरी ताकत के साथ कार्य कर रहे हैं।