दीपा माहेश्वरी
हरिद्वार का हर की पौड़ी क्षेत्र देशभर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आस्था और पर्यटन का प्रमुख केंद्र है। लेकिन इस पवित्र क्षेत्र की सड़कों की बदहाली और अतिक्रमण ने इसे गंभीर समस्याओं से ग्रस्त कर दिया है।
6 फुट चौड़ी सड़कों पर 2-2 फुट का अतिक्रमण आम हो गया है। क्षेत्र में स्थित होटलों और रेस्टोरेंट्स में गैस सिलेंडरों का रसोई में प्रयोग सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है, जिससे संभावित अग्निकांड का खतरा रहता है। इसके अलावा, सड़कों पर झूलते बिजली के तार किसी बड़े हादसे को निमंत्रण देते नजर आते हैं।
यदि इन परिस्थितियों में कोई दुर्घटना घटती है, तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी, यह सवाल अनुत्तरित है। प्रशासन, व्यापारियों और स्थानीय निवासियों को इन समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर होना चाहिए।
क्षेत्र में कोरिडोर बनाने का प्रस्ताव विचाराधीन है। यह सही दिशा में कदम हो सकता है, लेकिन यह तभी सफल होगा जब इसे सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध और अतिक्रमण मुक्त तरीके से लागू किया जाए। कोरिडोर से यातायात सुगम हो सकता है, साथ ही क्षेत्र की सुंदरता और सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकती है।
हर की पौड़ी जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के क्षेत्र को सुरक्षित और सुव्यवस्थित रखना न केवल प्रशासन की जिम्मेदारी है, बल्कि इसमें स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों की भी सक्रिय भागीदारी जरूरी है।