देहरादून, रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई डकैती के मुख्य मुख्य आरोपी 02 लाख के ईनामी प्रिंस कुमार को वैशाली बिहार से गिरफ्तार कर शनिवार को पुलिस द्वारा ट्रांजिट रिमाण्ड पर देहरादून लाया गया है। पूछताछ के दौरान अभियुक्त प्रिंस कुमार द्वारा बताया गया कि बिहार जेल मे बंद अभियुक्त शशंाक व सुबोध के कहने पर उसने अपने अन्य साथियों अभिषेक, विक्रम, राहुल व अविनाश के साथ 9 नवंबर को रिलायंस शोरूम में डकैती की घटना को अजांम दिया।
पुलिस ने बताया कि 31 अक्टूबर को अभियुक्त प्रिंस कुमार पुत्र शिवनाथ सिंह निवासी ग्राम पानापुर, दिलावरपुर, थाना बिदुपुर, वैशाली, बिहार अपनी गैंग के अन्य साथियों के साथ बिहार से सहारनपुर आये। वह उतरने के बाद अभियुक्त प्रिंस व अभिषेक वहां से अम्बाला चले गये थे। जिसके उपरान्त अभियुक्त अभिषेक के साथ आकर अनिल गेस्ट हाउस में रूका व अपने गैंग के अन्य साथियों से प्राप्त मोटर साइकिल व आर्टिगा कार के साथ 09 नवंबर की सुबह रिलायंस शोरूम में घटना की।
जिसके पश्चात लूटी गई ज्वैलरी से भरे बैग को राहुल व अविनाश की मोटर साइकिल मंे रखवाकर पूर्व में रैकी कर निर्धारित किये गये रूट के रास्ते सहसपुर क्षेत्र में पहुंचे जहां पुलिस की सघन चौकिंग की जानकारी प्राप्त होने पर घटना में शामिल कार व दोनो मोटर साइकिलों को वहीं जगंल में छोडकर प्रिंस ई-रिक्शा की सहायता से पोंटा साहिब की तरफ चला गया गया।
पोंटा साहिब से राहुल व अविनाश ज्वैलरी लेकर चले गये विक्रम और अभिषेक अलग-अलग माध्यमों से बिहार पहुंच गये। इस घटना की रैकी पूर्व में पांचो द्वारा की गई थी तथा इस दौरान हम लगभग 28 दिनों तक सेलाकुई में किराये पर रहे थे। घटना को अजांम देने की पूरी योजना चरणबद्ध तरीके से शंशाक व सुबोध द्वारा व्हट्सअप व अन्य माध्यमों से हमें दी जा रही थी।
आरोपी ने जून में महाराष्ट्र सांगली में रिलायंस शोरूम में प्रिंस ने छोटू उर्फ प्रताप राणा व अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर डकैती की घटना को अंजाम दिया था, उक्त घटना में प्रयोग की गई दोनों मोटर साइकिलों को अभियुक्त प्रिंस द्वारा कर्नाटक से फर्जी आधार कार्ड पर खरीदा गया था।
अभियुक्त प्रिसं द्वारा वर्ष 2019 में अपने अन्य साथियों के साथ मनीष सिंह उर्फ तेलिया को हाजीपुर कोर्ट में गोली मारकर हत्या का प्रयास किया गया था, उस घटना में बिहार पुलिस का एक कान्सटेबल भी गोली लगने से घायल हुआ था। जेल में बदं सुबोध के कहने पर ही उक्त घटना को अंजाम दिया गया था।
वर्ष 2020 में अभियुक्त प्रिंस, लव सिंह मुखिया की हत्या के अपराध में भी शामिल था। हत्या के अपराध में जेल में रहने के दौरान अभियुक्त प्रिंस की मुलाकात शशांक व सुबोध से हुई व उनके गैंग के सदस्य के रूप में प्रिंस कार्य करने लगा।
पुलिस के मुताबिक प्रिंस कुमार का पहले से ही आपराधिक इतिहास रहा है। इस पर अलग-अलग जगहों पर लगभग 5 मुकदमें दर्ज है।