हरिद्वार, कार में बैठाकर राहगीरों के साथ लूटपाट और घायल कर सड़क पर फेंकने वाले आरोपी को 17 साल बाद पुलिस ने मेरठ से पकड़ लिया है। वह अपना नाम और ठिकाने लगातार बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था। फिलहाल वह नई पहचान के साथ अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मेरठ में छिपा था।

एसएसपी प्रमेंद डोबाल के निर्देश पर वांरटियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे अभियान तहत श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। 17 साल से फरार वारंटी को ढंूढकर गिरफ्तार करने पर एसएसपी ने पुलिस टीम की को बधाई दी है।

आरोपी उमेश व उसके दो अन्य साथियों न 2006 में ज्वालापुर क्षेत्र में एक व्यक्ति को अपनी कार में बैठाकर उसके साथ मारपीट व लूटकर सड़क में फेंक कर फरार हो गये थे। पुलिस ने इनका पीछा किया और चिड़ियापुर बॉर्डर पर नाका लगाकर पकड़ लिया था। आरोपियों के पास से अवैध हथियार बरामद हएु।

जिसको उस वक्त गिरफ्तार का जेल दिया गया था। जमानत के बाद आरोपी वारंटी लगातार फरार चल रहा था। सीओ सिटी जूही मनराल ने बताया कि आरोपी बेहद शातिर है। पुलिस के आने की भनक लगते ही अपने ठिकाने लगातार बदल रहे थे। आरोपियों के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में लूट और थाना श्यामपुर में आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत हुआ था।

एसएसपी के निर्देश पर चलाये गये अभियान के तहत श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने आरोपी उमेश के बारे में खोजबीन की। काफी प्रयास के बाद पता चला कि आरोपी मेरठ में नाम बदलकर और अपनी पुरानी जिंदगी छुपाकर कोई प्राइवेट काम कर रहा हैं और अपने बीवी बच्चों के साथ रह रहा है।

जिस पर एक टीम ने अशोकपुरी, थाना कंकरखेड़ा मेरठ, उत्तर प्रदेश में दबिश देकर आरोपी उमेश पाल उर्फ उमेश को गिरफ्तार कर लिया। हरिद्वार लाकर कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेल दिया गया। पुलिस टीम में लालढांग चौकी प्रभार विनय मोहन द्विवेदी व हेड कांस्टेबबल शेर सिंह भी शामिल रहे।

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