देहरादून, दीपावली के 11 दिन बाद मनाया जाने वाला लोकपर्व इगास- बग्वाल आज उल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान आपदा प्रभावित बच्चों ने भैलो व पारंपरिक नृत्य के साथ पहाड़ी व्यंजनों का लुल्फ उठाया।
देहरादून में धाद की ओर से उजास के इगास पर्व पर उत्तराखंड हिमालय के आपदा प्रभावित बच्चों के साथ भैलो और संवाद का आयोजन किया। धाद की ओर से आपदा प्रभावित बच्चों के शिक्षा के लिया चलाये जा रहे कार्यक्रम पुनरुत्थान के दस वर्ष पूर्ण होने पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
पुनरुत्थान की दस बरस की यात्रा का परिचय देते हुए धाद के तन्मय ममगाईं ने कहा की केदारनाथ आपदा के बाद वहां के प्रभावित परिवारों के बच्चों की शिक्षा को जारी रखने के लिए समाज के सहयोग पर आधारित पुनरुत्थान की नींव रखी गयी थी। वही पुनरुत्थान के संयोजक जगमोहन रावत ने बताया कि अभियान ने पिछले एक दशक में अपनी विश्वसनीयता हासिल की है और और इसमें निरनतर सामाजिक सहयोग बढ़ रहा है।
कार्यक्रम के दौरान ओएनजीसी हिमालय एसोसिएशन के हर्षमणि व्यास, फ्रैंडस ऑफ हिमालय के डॉ प्रेम बहुखंडी, आल इंडिया इंशयोरेन्स एम्प्लॉयीज एसोसिएशन,देहरादून के नन्दलाल शर्मा मोहन काला फाउंडेशन के मोहन काला और सीआईएम्एस देहरादून के ललित जोशी को उत्तराखंड हिमालय में आपदा में मानवीय सहयोग के लिए सम्मानित किया गया। इस दौरान सीआईएम्एस के प्रमुख ललित जोशी पुनरुत्थान के अंतर्गत छात्रों को निशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान करने की भी घोषणा की।
इस अवसर पर हर्ष मणि व्यास, नन्दलाल शर्मा, पुष्पा खंडूरी, डी सी नौटियाल, लोकेश नवानी, दयानंद डोभाल, डॉ जयंत नवानी, विजय जुयाल, महेंद्र ध्यानी, मनोहर लाल, महावीर सिंह रावत, तारा गौड़, सी पी नैथानी, समदर्शी कबड़थ्वाल, विनोद बहुगुणा, गणेश उनियाल, चन्द्रभागा शुक्ला, विनीता उनियाल, डॉ लक्ष्मण सिंह बिष्ट, लक्ष्मण रावत, आशा डोभाल, प्रदीप डोभाल, कल्पना बहुगुणा, मंजू काला, माधुरी रावत, राजीव पांथरी, अशोक उनियाल, रोशनी नेगी आदि उपस्थित रहे।