-द विजडम ग्लोबल स्कूल के प्रांगण में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
-प्रतियोगिता में विभिन्न दलीय तथा व्यक्तिगत दौड़ का आयोजन किया गया बच्चो ने पूरे उत्साह के साथ सभी खेलो का आनंद लिया
-प्रतियोगिता में नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के छात्रों ने प्रतिभाग किया एवं अपनी क्षमता व प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया
-सभी खेलो के विजेताओं को पदक देकर सम्मानित किया गया
-अहिंसा हाउस ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और बेस्ट हाउस की ट्रॉफी अपने नाम किया
-दूसरा स्थान नम्रता तथा तीसरा स्थान एकता हाउस का रहा
वासुदेव राजपूत। उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो
हरिद्वार। एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है।’’ इस कथन को चरितार्थ करते हुए द विजडम ग्लोबल स्कूल ज्वालापुर हरिद्वार के प्रांगण में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ प्रधानाचार्य संजय देवांगन द्वारा मुख्य अतिथि कर्नल लोकेश शर्मा, अध्यक्ष यू. सी. जैन, निर्देशक सोनल जैन, ट्रस्टीगण ऋषभ जैन तथा नीता जैन को स्मृति चिह्न के रूप में पौधा देकर की किया गया।
उसके बाद प्रधानाचार्य ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया उसके बाद रंगारंग कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत तथा स्वागत नृत्य द्वारा किया गया। अध्यक्ष के आशीर्वचनो के बाद सभी अतिथि परेड के निरीक्षण के लिए चयनित स्थान पर पहुँचे मशाल जलाई, ध्वजारोहण किया तथा गुब्बारों को हवा में उड़ाकर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की। इस प्रतियोगिता में विभिन्न दलीय तथा व्यक्तिगत दौड़ का आयोजन किया गया बच्चो ने पूरे उत्साह के साथ सभी खेलो का आनंद लिया। प्रतियोगिता में नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के छात्रों ने प्रतिभाग किया एवं अपनी क्षमता व प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
समस्त प्रतियोगिताएँ अहिंसा, एकता, नम्रता तथा सत्य हाउस के बीच सम्पन्न हुई। बच्चों में नेतृत्व की भावना विकसित करने के लिए खेल आवश्यक है। बच्चों को खेलों में उत्साह के साथ भाग लेना चाहिए। साथ ही साथ सभी खेलो के विजेताओं को पदक देकर सम्मानित किया गया। इसी के साथ जिन बच्चो ने पूर्व में यू. एस. ओ. एस. ओ. एफ. तथा भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पदक प्राप्त किये। सभी खेलो में अपने शानदार प्रदर्शन का लोहा मनवाते हुए अहिंसा हाउस ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और बेस्ट हाउस की ट्रॉफी अपने नाम कर ली। दूसरा स्थान नम्रता तथा तीसरा स्थान एकता हाउस का रहा। स
भी बच्चो ने खेल भावना के साथ खेलते हुए सभी खेलो में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। मस्तिष्क के विकास का साधन यदि शिक्षा है तो शारीरिक विकास का साधन खेल हैं। इससे बच्चों में स्नेह और मित्रता का भाव जागृत होता हैं। इसी उदेश्य से विद्यालय निरंतर कार्य करता चला आ रहा है। राष्ट्रीय गान द्वारा खेल दिवस का समापन किया गया।