गौ तस्करी व गौ हत्या पर रखी जाए कड़ी निगरानी, दोषियों पर हो कार्यवाही

हरिद्वार। जनपद में आवारा पशु एवं गौवंश संरक्षण हेतु ’’अध्यक्ष उत्तराखण्ड गौसेवा आयोग पं. राजेन्द्र अंथवाल और जिलाधिकारी मयूर दीक्षित’’ की संयुक्त अध्यक्षता में जनपदीय पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक विकास भवन सभागार में आयोजित हुई। बैठक में पंजीकृत गौशालाओं, आवारा गौवंश और निर्माणाधीन गौसदनों की प्रगति की समीक्षा की गई।
पं. अंथवाल ने संबंधित अधिकारियों, पुलिस और समिति सदस्यों को निर्देशित किया कि ’’गौ तस्करी एवं गौ हत्या पर कड़ी निगरानी रखी जाए और दोषियों पर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित हो।’’ उन्होंने जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण को अनिवार्य करते हुए गौवंश का डाटा रजिस्टर तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही, ’’निर्माणाधीन गौशालाओं को शीघ्र पूरा करने और 20 दिन के भीतर नई भूमि चिन्हित करने’’ पर बल दिया। उन्होंने बताया कि पंजीकृत गौशालाओं में रह रहे पशुओं के भरण-पोषण हेतु प्रति पशु ’’80 रुपये प्रतिदिन की सहायता’’ दी जा रही है। वहीं, ग्राम्य गौसेवक गौसदन योजना के तहत पांच नंदी पालकों को ब्लॉक स्तर पर पंजीकरण के बाद ’’12 हजार रुपये की सहायता’’ प्रदान की जाएगी।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आश्वासन दिया कि ’’निराश्रित गौवंश के लिए सभी व्यवस्थाओं का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा’’ और संबंधित विभागों को समयबद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.के. चंद सहित नगर आयुक्त, जिला पंचायत अधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक एवं विभिन्न निकायों के अधिकारी उपस्थित रहे।
