उत्तराखंड प्रहरी, ब्यूरो
हरिद्वार। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि जन समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु समाधान जैसी ऑनलाईन शिकायत निवारण व्यवस्था के बावजूद कभी-कभी जन समस्याओं के निवारण के लिए व्यक्ति को समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों से मिलने की आवश्यकता पड़ती है। आमजन की समस्याओं के निवारण हेतु इस प्रकार की व्यवस्था होनी चाहिए जिससे सरकारी अधिकारी, कर्मचारी द्वारा जनता के पास पहुंचकर उनकी समस्याओं का निवारण मौके पर ही सुनिश्चित किया जाए। आमजन को अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए प्रदेश मुख्यालय, मंडल मुख्यालय और जिला मुख्यालय तक न जाना पड़े।
जिलाधिकारी ने बताया कि जन शिकायतों, समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु प्रत्येक माह में पड़ने वाले प्रथम एवं तृतीय मंगलवार को संबंधित उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसील दिवस आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। जिसमें अनिवार्य रूप से संबंधित क्षेत्राधिकारी, तहसीलदार एवं खण्ड विकास अधिकारी की अनिवार्यतः व्यक्तिगत उपस्थिति सुनिश्चित होगी। जिलाधिकारी ने बताया कि तहसील दिवस के कार्यकलापों का पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण करने हेतु रैडम आधार पर जिलाधिकारी द्वारा स्वयं किसी भी तहसील के तहसील दिवस में प्रतिभाग करते हुये अध्यक्षता की जाएगी। और इस दौरान सम्बन्धित अधिकारियों की समय से उपस्थिति अनिवार्य होगी। यदि कोई अधिकारी आयाजित तहसील दिवस में अपरिहार्य कारणों से प्रतिभाग करने में असमर्थ ता वह प्रतिभाग न किए जाने के कारणों का स्पष्ट उल्लेख अंकित करते हुए अपने स्थान पर कार्यालय के किसी अन्य अधिकारी को नामित करते हुए उसकी सूचना एक दिन पूर्व जिलाधिकारी के शिविर कार्यालय पर उपलब्ध कराना अनिवार्य है।
जिलाधिकारी ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 की शेष अवधि में आयोजित होने वाले तिथिवार (प्रत्येक माह माह के प्रथम एवं तृतीय मंगलवार) पूर्व की भांति तहसील दिवस आयोजित किए जाएंगे। जनपद में प्रत्येक माह में प्रथम एवं तृतीय मंगलवार को तहसील मुख्यालय पर प्रातः 10 बजे से अपरान्ह 1 बजे तक तहसील दिवस का आयोजन किया जाएगा।

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