25 दिसंबर को नंदा सिद्धपीठ कुरूड़ नंदानगर के लिए रवाना होगी श्री नंदादेवी राजजात यात्रा

उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो/हरेंद्र बिष्ट।
थराली। बधाण की नंदादेवी की उत्सव डोली 25 दिसंबर को अपने ननीहाल नंदा सिद्धपीठ देवराड़ा थराली से अगले साल होने वाली श्री नंदादेवी राजजात यात्रा में भाग लेने के लिए नंदा सिद्धपीठ कुरूड़ नंदानगर के लिए रवाना होगी, 6 माह देवराड़ा प्रवास के बाद अगले 6 माह तक नंदादेवी का उत्सव डोला कुरूड़ मंदिर में ही विराजमान रहेगा।
नंदादेवी राजराजेश्वर मंदिर समिति देवराड़ा के अध्यक्ष भुवन हटवाल,नंदादेवी राजराजेश्वर मंदिर समिति कुरूड़ के अध्यक्ष नरेश गौड़, सचिव सुनील गौड़ ने कुरूड़ तक के पड़ावों एवं मार्ग की जानकारी देते हुए बताया कि 25 दिसंबर को बधाण की नंदादेवी की उत्सव डोली को सिद्धपीठ देवराड़ा के मंदिर से विधि-विधान के साथ बहार निकाला जाएगा। इसके बाद देवी की डोली की पूजा अर्चना के बाद उसी दिन देवडोली देवराड़ा से प्रस्थान कर सुनाऊं मल्ला होते हुए रात्रि विश्राम के लिए लिए बजवाड़ पहुंचेगी। 26 को देवडोली बजवाड़ से माल ग्वाड़ होते हुए मेल्ठा, 27 को मेलठा से देवल होते हुए किमनी, 28 को किमनी से ढालू होते हुए नैल, 29 को नैल से आदरा होते हुए कुलसारी, 30 को कुलसारी से पास्तोली, सालपुर होते हुए नौण,31 को नौण से बज्वाड़ होते हुए मेटा तल्ला, 1 जनवरी 2026 को मेटा तल्ला से धारबारम होते हुए गैरबारम 2 को गैरबारम से त्यूला होते हुए बमणगांव, 3 को बमणगांव से हरमनी मल्ला होते हुए देवपुरी, 4 को देवपुरी से डांगतोली होते हुए नागौली, 5 को नागौली से गणकोट होते हुए मरोड़ा से, 6 को मरोड़ा से हंसकोटी, 7 से हंसकोटी से पाली विनायक होते हुए बैनोली, 8 को बैनोली से मींग होते हुए पैठाणी, 9 को पैठाणी से बनेला होते हुए असेड़ सिमली,10 को असेड़ सिमली से नाखोली होते हुए सणकोट,11 को सणकोट से नंदानगर विकास खंड के बांजवाड़ा होते सैती 12 जनवरी को सैती से सिद्धेश्वर महादेव मंदिर नंदानगर से होते हुए कुरूड़ स्थिति नंदा सिद्धपीठ कुरूड़ के गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगी। जहां से अगले वर्ष प्रस्तावित श्री नंदादेवी राजजात यात्रा में सम्मिलित होने के लिए भादों मास में पुनः कुरूड़ से नंदा का उत्सव डोला रवाना होगी।
देवराड़ा में होगा दो दिवसीय विदाई मेले का आयोजन
25 दिसंबर को बधाण की नंदा देवी के देवराड़ा से कुरूड़ के लिए रवाना होने के मौके पर 24 व 25 दिसंबर को देवराड़ा में दो दिवसीय विदाई मेले का आयोजन किया जाएगा। जिसकी तैयारियों को लेकर देवराड़ा में रविवार को मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन चंद्र हटवाल की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें कहां गया कि पिछले वर्षों की भांति ही इस वर्ष नंदा के उत्सव डोली के विदाई मेले का आयोजन किया जाएगा जिसमें देवराड़ा सहित आसपास के गांव की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि विदाई के समय देवराड़ा गांव की महिलाएं पारंपरिक एक तरह के वस्त्रों को पहन कर मेले में सामिल होंगी।इस मौके पर समिति के संरक्षक विनोद राणा, उपाध्यक्ष शौर्य प्रताप सिंह रावत, सचिव वीरेंद्र सिंह गुसाईं,सह सचिव चरण सिंह, कोषाध्यक्ष मोहन प्रसाद देवराड़ी, वीरेंद्र सिंह,भजन सिंह,गौरा देवी, महेशी देवी आदि ने विचार व्यक्त किए।
