पति से कहती थी कि ध्यान न देने पर वह बर्बाद हो जाएगा, वही हमारी पूंजी है

उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो,
आठवीं के छात्र की मोबाइल गेमिंग की लत से परेशान मां ने खुदकुशी कर ली। बेटे की पढ़ाई की खातिर चित्रकूट से दूर झांसी की आवासीय कॉलोनी में किराए का मकान लेकर दंपती रहते थे। पति से कहती थी कि ध्यान न देने पर वह बर्बाद हो जाएगा, वही हमारी पूंजी है।
झांसी के रक्सा के आरएस रेजीडेंसी कॉलोनी निवासी शीला देवी (38) ने आठवीं में पढ़ने वाले इकलौते बेटे की गेमिंग की लत से परेशान होकर खुदकुशी कर ली। बुधवार आधी रात उसे फंदे से लटका देख पति ने फंदे से उतारकर मेडिकल अस्पताल पहुंचाया।
यहां कुछ देर बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पोस्टमार्टम कराने पर सुसाइड की पुष्टि हुई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
मूल रूप से चित्रकूट के हरदौली गांव निवासी शीला देवी आरएस रेजीडेंसी में पति रविंद्र सिंह के साथ रहती थीं। पति रविंद्र एचडीबी फाइनेंसियल सर्विस में सेल्स मैनेजर पद पर तैनात हैं। परिजनों का कहना है कि दंपती को 13 साल का एक बेटा है।
वह एक नामी प्राइवेट स्कूल में 8वीं का छात्र है। उसकी पढ़ाई में परेशानी न आए इसके लिए उन लोगों ने रक्सा स्थित आवासीय कॉलोनी को चुना था। कुछ साल से उसे मोबाइल में गेम खेलने की लत लग गई। पिता रविंद्र के सुबह ऑफिस जाने के बाद बेटा ऑनलाइन गेम खेलने लगता था।
‘पढ़ाई से ज्यादा गेमिंग में था बेटे का ध्यान’
पिता का कहना है बेटा दोस्तों के साथ ऑन लाइन पबजी गेम खेलता था। पढ़ाई से ज्यादा उसका ध्यान गेमिंग में था। घंटों वह मोबाइल पर गेम खेलता था। गेम न खेलने देने पर रोने लगता था। उस पर समझाने का भी कोई असर नहीं होता था। इस बात से शीला बहुत चिंतित रहती थी।
‘ध्यान न देने पर वह बर्बाद हो जाएगा, वही हमारी पूंजी है’
मंगलवार रात पति के ड्यूटी से लौटने पर उनसे भी ध्यान देने की बात कही। शीला ने कहा कि ध्यान न देने पर वह बर्बाद हो जाएगा, वही हमारी पूंजी है। पति का कहना है कि रात करीब 11 बजे तक दोनों जाग रहे थे। इसके बाद रविंद और बेटा सो गए। रात करीब दो बजे नींद टूटने पर शीला कमरे में नहीं मिली।
मोबाइल गेमिंग की लत की वजह से परेशान होकर सुसाइड
दूसरे कमरे में देखने पर वह पंखे पर गमछे से फंदा बनाकर लटकी थी। रविंद्र उसे नीचे उतारकर मेडिकल कॉलेज ले आया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सीओ सदर रामवीर सिंह का कहना है कि प्रारंभिक छानबीन में बेटे की मोबाइल गेमिंग की लत की वजह से परेशान होकर सुसाइड की बात सामने आई है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।
मां की मौत के बाद बिलखता रहा बेटा, शव लेकर परिजन चित्रकूट रवाना
मां की मौत के बाद बेटा बिलखता रहा। उसके बाबा समेत अन्य परिजन उसे किसी तरह उसे संभालने की कोशिश कर रहे थे लेकिन, बेटा बार-बार अपनी मां को पुकारते हुए रो रहा था। शीला के सुसाइड करने की सूचना पर चित्रकूट से भी उसके परिवार के अन्य सदस्य भी यहां आ गए। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजन शव लेकर चित्रकूट रवाना हो गए।

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