धरना करने को हुए मजबूर, अध्यक्ष ने किया निराश, नहीं करा सके कोई हित में काम

उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो / जोगेंद्र मावी,
हरिद्वार। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन रोशनाबाद के चुनाव न होने से अधिवक्ताओं में आक्रोश है। नियमानुसार चुनाव दो महीने पहले हो जाने चाहिए थे, लेकिन अभी तक कोई सुगबुगाहट न होने से सभी निराश है। अध्यक्ष के साथ कार्यकारिणी कोई नया काम बार के हित में नहीं सकी, इसे भी लेकर अधिवक्ता निराश है। अधिवक्ता चुनाव कराने के लिए धरने पर बैठने को मजबूर है।
डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के चुनाव पिछले साल 31 अगस्त— 2024 को हुए थे। नियम के अनुसार एक साल पूरे होने पर चुनाव प्रक्रिया कार्यकारिणी को करा देनी चाहिए थी, लेकिन दो महीने गुजर जाने के बाद कोई हलचत तक नहीं है। इसे लेकर बार के अधिवक्ताओं के असंतोष है। वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप कुमार वर्मा का कहना है कि तत्कालीन कार्यकारिणी ने लेखा जोखा तक नहीं दिया है। अधिवक्ता लगातार चुनाव की मांग कर रहे हैं, लेकिन कार्यकारिणी की ओर से कोई इस संबंदृध में तिथि जारी नहीं की गई है। सूत्रों की माने से कार्यकारिणी दिसंबर महीने में चुनाव कराने के मूड में है।
इस कार्यकारिणी के प्रति अधिवक्ताओं में आक्रोश फैला हुआ है। एक तो चुनाव कराने में देरी, फिर कोई ऐसा काम नहीं कराया जोकि अधिवक्ताओं के हित में हो। हालांकि कई अधिवक्ता चुनाव की तैयारियों में लग गए हैं, वे अपना नाम पदों के अनुसार प्रचार कर रहे हैं।
अधिवक्ता दीक्षा सिंह, साधना चौहान आदि ने बताया कि पीड़ित कचहरी में अधिवक्ताओं से न्याय के लिए आते हैं, लेकिन अधिवक्ताओं की मांग भी पूरी नहीं हो रही है। ऐसे में चुनाव समय पर कराने चाहिए।
डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के चुनाव पिछले साल 31 अगस्त— 2024 को हुए थे। नियम के अनुसार एक साल पूरे होने पर चुनाव प्रक्रिया कार्यकारिणी को करा देनी चाहिए थी, लेकिन दो महीने गुजर जाने के बाद कोई हलचत तक नहीं है। इसे लेकर बार के अधिवक्ताओं के असंतोष है। वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप कुमार वर्मा का कहना है कि तत्कालीन कार्यकारिणी ने लेखा जोखा तक नहीं दिया है। अधिवक्ता लगातार चुनाव की मांग कर रहे हैं, लेकिन कार्यकारिणी की ओर से कोई इस संबंदृध में तिथि जारी नहीं की गई है। सूत्रों की माने से कार्यकारिणी दिसंबर महीने में चुनाव कराने के मूड में है।
इस कार्यकारिणी के प्रति अधिवक्ताओं में आक्रोश फैला हुआ है। एक तो चुनाव कराने में देरी, फिर कोई ऐसा काम नहीं कराया जोकि अधिवक्ताओं के हित में हो। हालांकि कई अधिवक्ता चुनाव की तैयारियों में लग गए हैं, वे अपना नाम पदों के अनुसार प्रचार कर रहे हैं।
अधिवक्ता दीक्षा सिंह, साधना चौहान आदि ने बताया कि पीड़ित कचहरी में अधिवक्ताओं से न्याय के लिए आते हैं, लेकिन अधिवक्ताओं की मांग भी पूरी नहीं हो रही है। ऐसे में चुनाव समय पर कराने चाहिए।
