प्रशिक्षण जोड़ता है स्वास्थ्य सेवाओं में संवेदनशीलता और दक्षता का नया आयाम


श्रीनगर गढ़वाल। राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण, उत्तराखंड, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा भारत सरकार एवं निमहांस (बेंगलुरु) के सहयोग से श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में आयोजित पाँच दिवसीय ’मनोसामाजिक सहायता प्रशिक्षण कार्यशाला’ का सफल समापन हुआ। समापन समारोह में प्राचार्य प्रो. (डॉ.) आशुतोष सयाना ने प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण स्वास्थ्य सेवाओं में संवेदनशीलता और दक्षता का नया आयाम जोड़ता है।
प्राचार्य डॉ. सयाना ने चिकित्सा शिक्षा के मिलर्स पिरामिड, ज्ञान, कौशल, प्रदर्शन और व्यवहार के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी आपदा के समय मानसिक स्वास्थ्य देखभाल में प्रदेश की सबसे बड़ी शक्ति बनेंगे। निमहांस के विशेषज्ञ डॉ. संजीव कुमार मणिकप्पा, डॉ. के. शेखर और डॉ. अनिल ने आपदा के मनोवैज्ञानिक प्रभाव, तनाव प्रबंधन, पारिवारिक जीवन चक्र और मनोसामाजिक देखभाल पर 52 बिंदुओं पर प्रशिक्षण दिया। अभ्यास, नाटक, समूह गतिविधियों और खेलों से प्रशिक्षण को रोचक बनाया गया। राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहायक निदेशक डॉ. पंकज सिंह ने मेडिकल कॉलेज को राज्य स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र घोषित करने की घोषणा की और बताया कि अगला प्रशिक्षण हल्द्वानी में होगा। कार्यशाला में डॉ. मोहित सैनी सहित अनेक विशेषज्ञों और प्रतिभागियों ने भाग लिया।

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