उत्तराखंड प्रहरी, ब्यूरो
देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर से बेरोजगार युवा सड़कों पर उतरने लगे हैं। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बैनर तले सैकड़ों युवाओं ने सीएम आवास कूच किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जहां बेरोजगार युवाओं और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सुभाष रोड पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इससे पहले सैकड़ों बेरोजगार युवा परेड ग्राउंड में इकट्ठा हुए। जिसके बाद पैदल मार्च कर सीएम आवास की ओर बढ़े, लेकिन पहले से ही मौजूद पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया। रोके जाने से नाराज बेरोजगार युवाओं ने बैरिकेडिंग लांघने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और युवाओं के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। इसके बाद बेरोजगार युवा सड़क पर ही बैठकर प्रदर्शन करने लगे।
इन मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे बेरोजगार युवा
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के उपाध्यक्ष राम कंडवाल ने बताया कि बेरोजगार युवा अपनी मांगों को लेकर कई बार सचिवालय मुख्यमंत्री आवास और विभागों के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि 7 सालों से यूपीसीएल और पिटकुल में रुकी जेई-एई की भर्ती तत्काल निकाली जाए। उत्तराखंड पुलिस कांस्टेबल भर्ती की उम्र सीमा बढ़ाए जाने का तत्काल शासनादेश जारी किया जाए। इसके अलावा उन्होंने सरकार से कृषि विभाग में हुई भर्तियों का रिजल्ट तत्काल घोषित किए जाने की मांग उठाई है।
राम कंडवाल ने संयुक्त परीक्षाओं में वेटिंग प्रावधान का शासनादेश जल्द जारी किए जाने की भी मांग उठाई। प्रदर्शन में शामिल बेरोजगारों ने फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में आयु सीमा बढ़ाए जाने की मांग उठाई। बेरोजगारों का कहना है कि काफी समय से बेरोजगार यह मांग रखते आ रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है। इसके विरोध में आज उन्हें सड़कों पर उतरकर मुख्यमंत्री आवास घेराव करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।