जोगेद्र मावी, ब्यूरो
हरिद्वार। फौजी के घर से चोरी हुए आभूषणों को पथरी थाना पुलिस ने बरामद करते हुए चार चोरों को पकड़ा है। गहनों की कीमत लाखों में है। भवन स्वामी भारतीय सेना में तैनात है। शातिर चोर खिड़की की ग्रिल तोड़कर खाली घर में हुए दाखिल हुए थे। पकड़े गए आरोपित सपेरा गैंग से ताल्लुक रखते हैं। उनकी हिस्ट्री खंगाली जा रही हैं
भारतीय सेना में तैनात ग्राम टिहरी डोब नगर पथरी निवासी अजय थलवाल पुत्र स्वर्गीय वीर सिंह थलवाल ने 17 जुलाई को थाना पथरी में शिकायती प्रार्थनापत्र देकर बताया कि अज्ञात लोगों ने उनके घर में रखे सोने चांदी के लाखों रुपए के जेवरात चोरी कर लिए हैं। शिकायत के मुताबिक थाना पथरी में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
थाने से कुछ दूरी पर ही सरहद की सुरक्षा कर रहे फौजी के घर चोरी होने के प्रकरण को गंभीरतापूर्वक लेकर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर गठित टीम ने कड़ी मेहनत मशक्कत करते हुए साइंटिफिक एविडेंस जुटाने के साथ-साथ मैन्युअल पुलिसिंग के आधार पर संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई। थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार ने बताया कि सुराग के आधार पर एक्टिव किए मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने पहाड़ी बस्ती रेलवे ट्रैक से चार संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में चारों संदिग्ध द्वारा वारदात अंजाम देने की बात कबूलने पर उनकी निशानदेही पर चोरी किया गये सोने चांदी के जेवरात बरामद किए गए।
पकड़े गए आरोपित
– रोहतास नाथ उर्फ वासु उर्फ बोबा पुत्र सुमेंद्र नाथ
– ललित नाथ उर्फ टिपरी पुत्र अशोक नाथ
– अभिषेक नाथ पुत्र सेवक नाथ
– अक्षय नाथ पुत्र सेवक नाथ समस्त निवासी सपेरा बस्ती घोसीपुरा थाना पथरी जनपद हरिद्वार।
ये सामान किया बरामद
एक हार पीली धातु, एक छोटा पेंडेंट पीली धातु, दो जोड़ी पाजेब, चार जोड़ी बिछुए, एक मांग टीका पीली धातु, एक गुलबंद पीली धातु, एक छोटी गोल नुमा जोड़ी वाली पीली धातु, एक पेंडेंट पीली धातु, तीन जोड़ी पाजेब, एक चैन पीली धातु, एक अंगूठी पुरुष पीली धातु, एक छोटी डिब्बी के अंदर पीली धातु के छोटे टुकड़े, तीन जोड़ी पाजेब, एक मंगलसूत्र पीली धातु, एक लेडीज अंगूठी पीली धातु, एक जोड़ी झुमके पीली धातु, दो जोड़ी पाजेब बरामद किया।
पुलिस टीम में इनका रहा सहयोग
सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल, पथरी थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार, एसआई राजेंद्र पंवार, नवीन चौहान, विपिन कुमार, शाहिदा परवीन, कांस्टेबल मुकेश चौहान, सुखविंदर, दीपक चौधरी, जितेंद्र पुंडीर, सुशील कुमार का सहयोग रहा।