हरिद्वार, जनपद में मोटर मार्गाे को गढ्ढा मुक्त करने लिए जिलाधिकारी धीरज गर्ब्याल ने सड़क निर्माण से जुड़े विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़को को गढ्ढा मुक्त करने के लिए तेजी से कार्य करें। उन्होने स्पष्ट किया कि शीघ्र ही उप-जिलाधिकारियों को मोटर मार्गाे के निरीक्षण हेतु निर्देशित किया जायेगा, इस दौरान कार्य संतोषजनक व अपेक्षानुरुप नहीं पाये जाने पर सम्बन्धित विभागीय अधिकारी के विरुद्व आवश्यक कार्यवाही की जायेंगी।
बुधवार को जिला कार्यालय में मोटर मार्ग को गढ्ढा मुक्त किये जाने सम्बन्धी बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बरसात के बाद सड़कों को गढ्ढा मुक्त किये जाने के लिए जो लक्ष्य दिया गया था उसे प्राथमिकता के अधार पर पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होने अधिकारियों को चेताया कि रिर्पाेट में दर्शाये गये आंकड़ों व धरातल वस्तुस्थिति में असमानता पाये जाने पर सम्बन्धित विभागीय अधिकारी के विरुद्व आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। कहा कि इस सम्बन्ध में शीघ्र ही सम्बन्धित उप-जिलाधिकारियों से धरातलीय निरीक्षण की रिर्पाेट तलब की जायेगी।
जिलाधिकारी ने स्थानीय निकायों, संस्थाओं और विभागों को निर्देश दिये कि आपदा के कारण क्षतिग्रस्त मोटर मार्गाे को गढ्ढा मुक्त करने के लिए एसडीआरएफ के अन्तर्गत प्रस्ताव उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। वहीं जिनके पास अपने संसाधन उपल्ब्ध है वे इसका नियमानुसार उपयोग करते हुए सड़कों को गढ्ढा मुक्त करने की कार्यवाही करें।
बैठक में उपस्थित लोनिवि अधिशासी अभियन्ता सुरेश तोमर ने बातया कि जनपद क्षेत्रांतर्गत कुल 4550 किमी मोटर मार्ग निर्मित है। जिसमें मुख्यताया 2000 किमी. लोक निर्माण विभाग, 762 किमी. जिला पंचायत, 790 किसी. नगर निकाय, 160 किमी. सिंचाई के अन्तर्गत मोटर मार्ग शामिल है। उन्होने बताया कि लोनिवि हरिद्वार को मानसून के बाद सड़को को गढ्ढा मुक्त करने के लिए 558 किमी. का लक्ष्य मिला था जिसके सापेक्ष 512 किमी. सड़को को गढ्ढा मुक्त किया जा चुका है। उन्होने बताया कि लोनिवि के 121 किमी मोटर मार्ग ऐसे है, जिसके नवीनीकरण की आवश्यकता है।
बैठक में वीसी एचआरडीए अंशुल सिंह, एडीएम प्रशासन प्यारे लाल शाह, सिटी मजिस्ट्रेट प्रेमलाल सहित नगर निकायों व सड़क मार्ग से जुडे विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।