हरिद्वार, आबादी क्षेत्र में बंदरो का आंतक लगातार बढ़ता जा रहा है। इनकी तादात दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। शहर से लेकर गांव तक बंदरों का इस कदर उत्पात है कि लोगों का घर से बाहर निकलते भी मुश्किल हो गया हैं। कई बार तो बंदर घर में खाना खाते समय भी जानलेवा हमला कर चुके हैं। बच्चों का अकेले छतो पर जाना, कपड़े सुखाना और सामान रखना भी मुश्किल हो गया है। क्योकि ये भोजन की तलाश में जंगलों से आबादी की ओर आ रहे हैं। जिसके चलते दिनभर घरों की छतों पर ही घूमते रहते है। इनके हमले से कई बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग लोग घायल हो चुके है। हरिद्वार में कोई क्षेत्र ऐसा नही है, जहां इन बंदरों के आंतक न हो।
कनखल क्षेत्र में बंदरो का आंतक इतना बढ़ गया है, कि मंदिरों के अंदर रखें पूजा के सामान तक को नही छोड़ रहे है। कई बार तो ये घाटों पर रखें श्रद्धालाओं के सामान और कपड़े तक को उठाकर ले जाते है। रास्ते में सामान लेकर गुजरते राहगीरों पर भी हमला कर रहे है। क्षेत्रवासियों के लिए बंदरों की बढ़ती आबादी बड़ी समस्या बनती जा रही है। लोगों ने वन विभाग से बंदरों को पकड़वाने की गुहार लगाई है।