चमोली, बद्रीनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो कर दिए गए हैं। आज दोपहर बाद 3 बजकर 33 मिनट पर पूरे विधि-विधान से धाम कपाट बंद कर दिये गये। इसी के साथ वर्ष 2023 चारधाम यात्रा पर भी समापन हो गया है। इस दौरान पूरा क्षेत्र में भगवान बद्री विशाल के जयकारों से गुंज उठा।

शनिवार की सुबह साढे चार बजे महाभिषेक पूजा की गई। महाभिषेक पूजा के बाद बाल भोग तथा दर्शन किए गए। इसके बाद 11 बजे दिन का राज भोग लगाया गया। इसके बाद दोपहर के 1 बजे से सायंकालीन आरतियां हुई। अपराह्न दो बजे लक्ष्मी जी के गर्भगृह में विराजमान किया गया। लक्ष्मी जी के गर्भगृह में आने से पहले कुबेर जी उद्धव जी का सभा मंडप में लाया गया। दोपहर ढाई बजे के लगभग कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू हुई। भगवान बदरीविशाल को घृत कंबल पहनाये जाने के बाद अपराह्न तीन बजकर तैतीस मिनट पर कपाट बंद हो गए।

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