हमारे संवाददाता : उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो दिनांक 20 / 04 / 2023

 

रामलीला भवन और परिसर को लेकर चल रहा था कई वर्षो से विवाद

रामलीला भवन के बाहर एक केनी और प्लास्टिक बेचने वाले व्यापारी ने किया हुआ है अतिक्रमण

हरिद्वार। नगर निगम में भीमगोड़ा स्थित रामलीला भवन को सील कर दिया है। आरोप है कि रामलीला भवन और परिसर का कुछ लोगों द्वारा व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा था। जिसके खिलाफ क्षेत्र निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार अग्रवाल ने परिवार सहित नगर निगम में धरना दिया था। इसके बाद ही नगर निगम प्रशासन ने रामलीला भवन को सील कर दिया।

 

 

 

रामलीला भवन नगर निगम के भूमि पर बना हुआ है, हालांकि लंबे समय से इसका संचालन कर रहे पूर्व पार्षद लखन लाल चौहान का दावा है कि नगर निगम कभी यह सिद्ध नहीं कर पाया है कि जमीन उसकी है। कुछ लोग रामलीला भवन को लेकर ओछी राजनीति कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर राजकुमार अग्रवाल का कहना है कि आरोप है कि रामलीला भवन धार्मिक संपत्ति है। जिसका का कुछ लोग व्यवसायिक उपयोग कर मोटी कमाई कर रहे थे। जिसके खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई। इस प्रकरण को लेकर भीमगोडा नई बस्ती में राजनीति हावी हो गई है और लोग कई गुटों में विभाजित हो गए हैं।

 

लोगों में रामलीला भवन और उसके मैदान को लेकर हो रहे व्यवसायिक करण को लेकर काफी विरोध है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि रामलीला भवन के बाहर बरगद और पीपल के पेड़ के चारों तरफ एक प्लास्टिक कैन बेचने वाले ने अतिक्रमण किया हुआ है। जिसको भारी मात्रा में प्लास्टिक केनों को रखने के लिए जगह उपलब्ध करवाने में भी एक पूर्व पार्षद नेता का ही हाथ है।

 

 

विरोध का मुख्य कारण यह भी माना जा रहा है। लेकिन कोई सामने आकर बोलने को तैयार नहीं है।

लेकिन अप्रिय घटना की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share
error: Content is protected !!