हरिद्वार। उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी के पास हुए हिमस्खलन में 29 प्रशिक्षणार्थियों में एक युवक संतोष कुकरेती आयु 31 वर्ष हरिद्वार के लालढांग क्षेत्र से चमरिया का भी हैं, जिसका अभी तक कोई पता न चलने से परिजन बहुत परेशान होने के साथ चिंतित है। लापता हुए अन्य युवकों के शव मिलने से पूरे क्षेत्र में चिंता के साथ दुख का माहौल है। लापता युवक संतोष अपने चाचा गणेश कुकरेती के पास ग्राम चमरिया में ही पले पढ़े थे, उनकी शिक्षा भी लाला ओमप्रकाश इंटरमीडिएट कॉलेज में हुई। बाद की शिक्षा दिल्ली से की। वे मूलतया पौड़ी जनपद के ग्राम जौरासी तल्ली दुग्गड़ा के निवासी है।
हरिद्वार के लालढांग क्षेत्र से गई बारात में शामिल हुए 32 बारातियों की मौत से क्षेत्रवासी उबर ही नहीं पा रहे हैं तो साथ ही क्षेत्र के चमरिया गांव के युवक संतोष कुकरेती पुत्र अशोक कुकरेती उत्तरकाशी में हुए हिमस्खलन के दिन 4 अक्तूबर से लापता होने से बेहद परेशान है। संतोष कुकरेती भी 29 प्रशिक्षार्णियों के साथ था। संतोष के चाचा गणेश कुकरेती ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए वे 17 सितंबर को उत्तरकाशी गए थे और संतोष को प्रशिक्षण पूरा होने के बाद 18 अक्तूबर को घर आना था। लेकिन बीच में हिमस्खलन होने की सूचना आते ही पूरे परिवार चिंतित हो उठा, लेकिन अब अन्य युवकों की सूचना आने पर बेहद चिंतित है।
उनके परिवार के ही भाजपा के मंडल अध्यक्ष आलोक द्विवेदी ने बताया कि संतोष के बारे में पल—पल की अपडेट ले रहे हैं, लेकिन कोई पता न चल पाने से बैचेनी बढ़ती जा रही है।
यह है अभी तक हुई कार्रवाई की अपडेट
हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के दल में से 29 सदस्य रविवार को डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद लापता हो गए थे। इनमें 26 के शव बरामद किए जा चुके हैं। मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू टीम को भी लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि उत्तरकाशी हिमस्खलन में अभी तक कुल 26 शव बरामद किए गए हैं। बचाव कार्य में 30 बचाव दल तैनात हैं। वहीं 3 ट्रैकर ट्रेनी अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।