फर्जी तरीके से परीक्षा देने की योजना बनाने वाला अभियुक्त चढ़ा पुलिस के हत्थे
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित प्रस्तावित सहकारी निरीक्षक, वर्ग-2/सहायक विकास अधिकारी लिखित परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने की योजना बनाने वाले अभियुक्त सुरेन्द्र कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि अभियुक्त ने अभिलेखों में फर्जीवाड़ा कर तीन अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों (टिहरी, हरिद्वार और देहरादून) से आवेदन किया था। अभियुक्त द्वारा परीक्षा हेतु निर्धारित उम्र पूरी होने के कारण भर्ती होने की मंशा से फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए थे।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह द्वारा गठित टीम ने गुप्त जांच के बाद सुरेन्द्र कुमार पुत्र सलेक कुमार, निवासी कनकपुर, भोजपुर, मोदीनगर, गाजियाबाद, उम्र 30 वर्ष, को हिरासत में लिया। पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश का निवासी है और वर्तमान में पिलखुआ, हापुड़ में अपने माता-पिता और पत्नी के साथ रहता है। अभियुक्त बीए पास है और प्राइवेट स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत है, जबकि उसकी पत्नी भी इसी स्कूल में शिक्षिका है।
सुरेन्द्र ने बताया कि उसने अपनी वास्तविक जन्मतिथि 01-04-1988 को कम करके 01-01-1995 दर्शाई। वर्ष 2007 में इण्टर की पढ़ाई पूरी की, लेकिन सरकारी नौकरी हेतु उम्र पूरी होने के कारण वर्ष 2012 में हाईस्कूल और 2014 में इण्टर की पढ़ाई दोबारा की। इसी तरह से राजस्थान और हिमाचल प्रदेश से बीए किया। अभियुक्त ने योजना बनाकर तीन परीक्षा केंद्रों से आवेदन किया ताकि अनुचित लाभ लिया जा सके। पुलिस ने उसके विरुद्ध थाना रायपुर में धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है।