संवाददाता हरिद्वार दिनांक 13 अक्टूबर 2022

उत्तर प्रदेश एटीएस की ओर से गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी समेत तीन आतंकी हरिद्वार के आसपास के क्षेत्रों में युवाओं के बीच पैठ जमा रहे थे। भोपाल में आतंकियों की गिरफ्तारियां होने के बाद अली नूर को भी पकड़े जाने का डर था। वह हरिद्वार से भागने की फिराक में था लेकिन क्षेत्र के एक संभ्रांत व्यक्ति को अली नूर की गतिविधियों पर शक हुआ। उन्होंने उसे पकड़वाने में अहम भूमिका निभागई।


हरिद्वार के सलेमपुर और रुड़की से आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) व क्यूआईएस से जुड़े बांग्लादेशी सहित तीन आतंकियों को यूपी एटीएस के गिरफ्तार करने के बाद हरिद्वार में हर तरफ तरह-तरह की चर्चाएं हैं। 30 सितंबर को ज्वालापुर और सलेमपुर में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की टीमों ने संयुक्त रूप से छापे मारकर बांग्लादेशी आतंकी अली नूर, मुदस्सिर, कामिल और अब्दुर्रहमान को उठा लिया था।


अली नूर निवासी गोपालगंज ढांका बांग्लादेश हाल निवासी सलेमपुर हरिद्वार, रुड़की नगला इमरती के मुदस्सिर और देवबंद, सहारनपुर निवासी कामिल हरिद्वार के आसपास के क्षेत्रों में युवा वर्ग में पैठ जमा रहा था। इसी बीच भोपाल में आतंकियों के पकड़े जाने के बाद अली नूर को इसकी जानकारी लगी। इसके बाद उसने हरिद्वार से भागने की तैयारी कर ली थी।

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