जनपद स्तर पर होगी पीसीपीएनडीटी की नियमित समीक्षा: डॉ. धन सिंह
सुमित तिवारी / उत्तराखंड प्रहरी ब्यूरो
देहरादून/श्रीनगर गढ़वाल। राज्य में पीसीपीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की जनपद स्तर पर निरंतर समीक्षा की जाएगी। शनिवार को सचिवालय स्थित मुख्य सचिव सभागार में आयोजित राज्य पर्यवेक्षण बोर्ड की बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने यह निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी समीक्षा बैठक करेंगे, जिसमें राज्य पर्यवेक्षण बोर्ड के सदस्य भी शामिल होंगे। बैठक में निर्णय लिया गया कि बिना चिकित्सकीय परामर्श के गर्भ संबंधी मिसोप्रोस्टोल दवा की बिक्री प्रतिबंधित होगी और उल्लंघन करने पर स्टोर संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
डॉ. रावत ने कहा कि भ्रूण लिंग परीक्षण व भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाएगी। साथ ही नवजात शिशु का जन्म पंजीकरण 21 दिन के भीतर सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए गए। इसके लिए ग्राम प्रधान, आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्यभर में जन्म पंजीकरण एवं चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
कैथ लैब का लोकार्पण
इसी अवसर पर डॉ. धन सिंह रावत ने स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसाइटी द्वारा संचालित स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ चिकित्सालय, धर्मावाला में अत्याधुनिक कैथ लैब का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि इससे हृदय रोगियों को एंजियोप्लास्टी व एंजियोग्राफी जैसी सुविधाएं स्थानीय स्तर पर न्यूनतम शुल्क पर उपलब्ध होंगी। कार्यक्रम में प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र, विधायक सहसपुर सहदेव पुंडीर, दिव्य प्रेम मिशन के संस्थापक आशीष भैया सहित रोटरी क्लब के सदस्य और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

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