युवाओं के मन में किसी भी तरह का संदेह, शंका नहीं रखना चाहती है सरकार
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को परेड ग्राउंड में छह दिन से आंदोलन कर रहे युवाओं के बीच पहुंचकर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की गत सप्ताह आयोजित परीक्षा प्रकरण की सीबीआई जांच कराने पर सहमति दे दी है।
सोमवार दोपहर बाद सीएम धामी अचानक, परेड ग्राउंड में आंदोलनरत युवाओं के बीच पहुंच गए। यहां सीएम ने युवाओं का पक्ष सुनने के बाद कहा कि युवा इस त्योहारी सीजन में इतनी गर्मी के बीच आंदोलन कर रहे हैं, इससे खुद उन्हें भी अच्छा नहीं लग रहा है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार का एक ही संकल्प है कि परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होनी चाहिए। विगत चार साल में सरकार ने इसी संकल्प के अनुसार काम किया है।
मुख्यमंत्री धामी ने युवाओं से भावुक अपील करते हुए कहा कि वो जानते हैं कि उत्तराखंड के युवा और छात्र पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी के लिए तैयारी करते हैं। इसी आधार पर उनके पास जीवन के लिए खूबसूरत सपने होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद ऐसी परिस्थितियों को देखा है, छात्रों और युवाओं के बीच काम करते हुए, इसका अनुभव लिया है।
युवाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कहा कि विगत दिनों सामने आए प्रकरण की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में एसआईटी द्वारा की जा रही है। कमेटी ने काम भी शुरु किया है, लेकिन फिर भी युवा सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, इस कारण सरकार इस मामले में सीबीआई जांच की संस्तुति करेगी। इसमें कोई रुकावट नहीं आएगी।
मैं भी आया हूं धरना स्थल पर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वो चाहते तो ये बातचीत कार्यालय में भी हो सकती थी, लेकिन युवाओं के कष्ट को देखते हुए, उन्होंने खुद धरना स्थल पर आने का निर्णय लिया है, वो पूरी तरह युवाओं के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले चार साल में पारदर्शी तरीके से 25 हजार से अधिक सरकारी भर्तियां की है, इमसें कहीं कोई शिकायत नहीं आई है। सिर्फ एक प्रकरण में यह शिकायत आई है, इसलिए युवाओं के मन से हर तरह की शंका को मिटाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद़ध है। सीएम धामी ने कहा कि विगत सप्ताह भी जब युवा उनसे मिले थे तो उन्होंने तब ही स्पष्ट कर दिया था कि सरकार चाहती है कि युवाओं के मन में कोई अविश्वास, संदेह या शंका न रहे। इसलिए वो बिना किसी को बताए सीधे यहां परेड ग्राउंड में चले आए हैं।
मुकदमें वापस होंगे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आंदोलन के दौरान यदि युवाओं पर कहीं कोई मुकदमें दर्ज हुए हैं तो उन्हें वापस लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृतकाल के विकसित भारत में उत्तराखंड देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बने, इसमें युवाओं की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
मुख्यमंत्री का छात्रों के आंदोलन पर भावपूर्ण संदेश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग राज्य का सपना हमारे शहीदों और आंदोलनकारियों ने इसलिए साकार किया था ताकि उत्तराखंड के हर बेटे-बेटी का जीवन बेहतर हो और किसी का अहित न हो। आज जब कुछ बच्चे सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं, तो मैं उन्हें बताना चाहता हूँ कि वे हमारे अपने हैं और हमारे परिवार का हिस्सा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का मुख्य सेवक होने के नाते मेरा दायित्व है कि हर आवाज़ को सुना जाए, हर पीड़ा को समझा जाए और हर दिल तक पहुँचा जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि आंदोलन कर रहे युवा भी हमारे अपने हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि सरकार ने वर्ष 2023 में देश का सबसे पहला सख्त नकल विरोधी कानून लाया है। कुछ लोग इसका उल्लंघन कर रहे हैं, और ऐसे लोगों और उनके समर्थकों को अब ऐसा सबक मिलेगा जिसे वे भूल नहीं पाएंगे। मुख्यमंत्री ने छात्रों को भरोसा दिलाया कि उनके प्रति किसी भी प्रकार का भेदभाव या मनभेद नहीं है। वे सभी एक परिवार हैं और परिवार का उद्देश्य सभी सदस्यों का कल्याण है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि संवाद और विश्वास की राह अपनाएँ और मिलकर उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने का ’’विकल्प रहित संकल्प’’ पूरा करें।