हरिद्वार। हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र की जनता कांग्रेस की विधायक अनुपमा रावत को जीताकर पछता रहे हैं। लालढांग क्षेत्र के किसी भी ग्राम क्षेत्र में 7 महीनों में काम नहीं कराने पर बदहाल हुई स्थिति से कांग्रेस के नेताओं में ही आक्रोश है। उन्होंने जिला पंचायत चुनाव में सहयोग न करने पर आक्रोश जताते हुए अनुपमा रावत का पुतला फूंककर आक्रोश जताया। उन्होंने कहा कि पिता पुत्री दोनों आंसु दिखाकर वोट मांग रहे थे, तो वे घड़ियाली आंसुओं में बह गए और वोट देकर बड़ी गलती हो गई है। उन्होंने कहा कि अपनी राजनीति चमकाने के लिए विधानसभा में बिना मतलब का भाषण और प्रदर्शन कर जनता का विकास नहीं होने वाला है।
क्षेत्रीय निवासियों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं, केवल फेसबुक पेज से अपनी राजनीति चला रहे हैं।
गेंड़ीखाता में स्थानीय कांग्रेसियों के एक खेमे ने हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत का पुतला दहन करते हुए दबी आवाज को उठाने का काम किया। कांग्रेसियों का आरोप है कि विधायक बने 7 माह होने को है लेकिन क्षेत्र में विकास कार्य ठप है। श्यामपुर और लालढांग क्षेत्र की 70 हजार की आबादी की अनदेखी की जा रही हैं। कांग्रेस के विधान सभा ग्रामीण के आईटी सेल के अध्यक्ष विजेंद्र सैनी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने गैंडीखाता स्थित हाईवे पर विधायक अनुपमा रावत का पुतला दहन करते हुए कहा कि जिला पंचायत में प्रत्याशियों के प्रचार में नहीं आई, जबकि अपना वजूद कायम रखने के लिए अपने नेताओं को हराने का काम किया। अनदेखी से वोट बांटने का काम किया।
आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक लालढांग और श्यामपुर क्षेत्र की जनता की अनदेखी कर रहे हैं। क्षेत्र की जनता ने बदलाव के लिए उन्हें वोट देकर विधायक चुना लेकिन आज तक क्षेत्र में एक भी विकास कार्य नहीं किया। कहा कि क्षेत्रीय जनता बदलाव चाहती है। उन्होंने बाहरी वापस जाओ के नारे लगाकर अपना रोष प्रकट किया। बता दें कि जब से अनुपमा रावत विधायक बनी हैं। तब से उनकी ही पार्टी के लोग गाहे-बगाहे उनका विरोध करते नजर आ रहे हैं।
पुतला दहन करने वालों में हनीफ, मस्तु गुज्जर, पूर्व सचिव किसान कांग्रेस कमेटी बंटी सैनी, बृजपाल, मोनू और युसूफ गुर्जर उपस्थित रहे।