अमेरिका द्वारा ईरान से तेल आयात करने वाले देशों को मिली छूट की समय सीमा नहीं बढ़ाने के अमेरिका के एलान के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोमवार को कच्चे तेल के दाम में जोरदार उछाल आया. ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 74 डॉलर के ऊपर चला गया और डब्ल्यूटीआई का भाव भी 65 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई तेजी से भारतीय वायदा बाजार में भी कच्चे तेल का भाव तीन फीसदी से ज्यादा उछला. व्हाइट हाउस की ओर से सोमवार को कहा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फैसला लिया है कि भारत समेत पांच प्रमुख देशों को अब ईरान से तेल आयात करने की छूट नहीं मिलेगी.
व्हाइट हाउस ने कहा कि ईरान से तेल आयात पर प्रतिबंध में चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और तुर्की को मिल रही छूट को अब आगे नहीं बढ़ाया जाएगा. छूट की समय-सीमा दो मई को समाप्त हो रही है.
वहीं अमेरिका के इस फैसले के बाद भारत ने कहा है कि वह अपनी कच्चे तेल की भरपाई बड़े तेल उत्पादक देशों से आयात बढ़ाकर करेगा. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर ईरान से तेल आयात रुकने पर होने वाली कमी की भरपाई की योजना बताई.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘सरकार ने भारतीय रिफाइनरियों को पर्याप्त मात्रा में कच्चे तेल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी योजना बनाई है. दूसरे बड़े तेल उत्पादक देशों से अतिरिक्त आपूर्ति होगी. भारतीय रिफाइनरियां देश में पेट्रोल, डीजल और अन्य पेट्रोलियम उत्पादों की मांग पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.’