नवीन चौहान
हरकी पैड़ी पर रहस्यों के उजागर होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पौराणिक काल की आस्था के पद चिन्ह लगातार निर्माण कार्यों के दौरान बाहर आ रहे हैं। पूर्व में एक सीढ़ी पर लिपि दिखाई दी थी और अब एक पैर का निशान जन मानस के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है।
हरकी पैड़ी पर ब्रह्मकुंड की पैड़ियों पर एक पैर का निशान सामने आया है। जिसके बाद चर्चाओं का दोर शुरू हो गया है। पैर का निशान जनता के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है। पुरोहितों कहना है कि दो-तीन दिन से यह दाहिने पैर का निशान यहां बना है। जिसे काफी साफ करने पर भी यह साफ नहीं हो रहा है। गंगा में जलस्तर बढ़ने पर उक्त पैड़ी जलमग्न हो गई है। किंतु पैर का निशान यथावत है, आसपास के लोग इस निशान को किसी सिद्ध पुरुष अथवा शक्ति के ब्रह्मकुंड में स्नान करने से जोड़ रहे हैं। हरकी पैड़ी पर पहले भी रहस्मयी लिपि सामने आई थी। जिस पर पुरातत्व विभाग शोध कर रहा है।
